Bihar Teacher News: एसीएस सिद्धार्थ का सभी हेडमास्टरों को नया फरमान, मार्च तक हर हाल में पूरा करें यह टास्क

Bihar Teacher News: शिक्षा विभाग के एसीएस एस सिद्धार्थ ने सरकारी स्कूलो के हेडमास्टर और सभी बीईओ के लिए नया फरमान जारी किया है. उन्होंने सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिये यह फैसला लिया है. पढ़ें पूरी खबर…

By Aniket Kumar | February 1, 2025 11:26 AM
an image

Bihar Teacher News: शिक्षा विभाग की तरफ से आए दिन कोई न कोई नया फरमान जारी किया जाता है. शिक्षा विभाग के एसीएस एस सिद्धार्थ सरकारी स्कूलों की व्यवस्था को लेकर हमेशा अलर्ट मोड पर रहते हैं. इसी कड़ी में एस सिद्धार्थ ने नया फरमान जारी किया है. यह आदेश नए सत्र में हर हाल में लागू करना होगा. दरअसल, बिहार के सरकारी स्कूलों में नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत से ही छात्रों को किताबें वितरित की जाएंगी, ताकि वे वार्षिक परीक्षा से पहले कम से कम 2 से 3 बार पूरे सिलेबस का अच्छे से रिविजन कर सकें. इस बार पढ़ाई के तौर-तरीकों में भी बदलाव किया गया है. बच्चों को रटवाने की बजाय समझाकर पढ़ाने पर जोर दिया जाएगा, जिससे वे परीक्षा में पूछे गए किसी भी तरह के घुमावदार प्रश्नों के सही जवाब दे सकें.

किताब छपाई की प्रक्रिया फरवरी तक हो जाएगी पूरी

जानकारी के अनुसार, छात्रों को उचित समय पर किताबें उपलब्ध हों, इसके लिए 12 करोड़ से अधिक किताबों की छपाई की जा रही है. किताब प्रिंटिंग की प्रक्रिया फरवरी के अंत तक पूरी हो जाएगी. मार्च के पहले सप्ताह तक सभी जिलों में किताबें पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है. अभी तक एक-तिहाई जिलों में किताबें पहुंच चुकी हैं. मार्च के अंतिम सप्ताह तक प्रखंड शिक्षा कार्यालयों में किताबें भेजने के निर्देश दिए गए हैं ताकि 1 अप्रैल को नए सत्र के पहले दिन ही छात्रों के बीच किताबों का वितरण किया जा सके. 

बिहार की ताजा खबरों के लिए यहां क्लिक करें

इस सत्र से छात्रों को अभ्यास पुस्तिका भी मिलेगी

इसके अलावा इस सत्र से पहली बार कक्षा 1 से 5 तक के छात्रों को किताबों के साथ-साथ अभ्यास पुस्तिका भी दी जाएंगी. इसमें कलरिंग, हिंदी, अंग्रेज़ी, और गणित के अभ्यास होंगे. इन अभ्यास पुस्तिकाओं में छात्रों को उत्तर लिखने होंगे. इससे उनकी प्रैक्टिकल समझ बेहतर होगी. वहीं, कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों को कंप्यूटर की किताबें दी जाएंगी, जिसमें कंप्यूटर चलाने और उसकी अन्य जानकारियां शामिल होंगी. यह पहल बिहार के सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाने और छात्रों में कंप्यूटर को लेकर समझ को विकसित करने की दिशा में एक जरूरी कदम है.

ALSO READ: Budget 2025 में बिहार को मिल सकता है नया एक्सप्रेस-वे, इन लोगों को होगा सीधा फायदा

Exit mobile version