बिहार में शिक्षक ट्रान्स्फर की लहर, 33000 से ज्यादा आवेदन, 83% ने उठाई ये खास मांगें

Bihar Teacher News: बिहार शिक्षा विभाग में सरकारी शिक्षकों के स्थानांतरण के लिए स्पेशल ग्राउंड पर आवेदन प्रक्रिया इस बार जबरदस्त चर्चा का विषय बन गई है.

By Anshuman Parashar | December 9, 2024 8:08 PM

Bihar Teacher News: बिहार शिक्षा विभाग में सरकारी शिक्षकों के स्थानांतरण के लिए स्पेशल ग्राउंड पर आवेदन प्रक्रिया इस बार जबरदस्त चर्चा का विषय बन गई है. अब तक कुल 33,227 शिक्षकों ने स्पेशल ग्राउंड पर अपने तबादले के लिए आवेदन किया है. इनमें से 83% यानी 27,661 शिक्षकों ने अपने वर्तमान पदस्थापन से दूरी या अन्य विशेष कारणों के आधार पर तबादला मांगा है.

स्थानांतरण के लिए आवेदन सात कारणों के आधार पर हो सकता

शिक्षकों द्वारा किया गया यह आवेदन सात विशेष कारणों के आधार पर किया जा सकता है, जिनमें गंभीर बीमारियां, दिव्यांगता, मानसिक स्वास्थ्य, वैवाहिक स्थिति और पति या पत्नी की नियुक्ति जैसे कारण प्रमुख हैं. इसके अलावा, कुछ शिक्षक अपने बच्चों के शिक्षा या अन्य व्यक्तिगत कारणों के आधार पर भी स्थानांतरण की मांग कर रहे हैं.

कुल 33,227 शिक्षकों ने आवेदन किया

ई-शिक्षा कोश पोर्टल पर 1 दिसंबर से शुरू हुई इस आवेदन प्रक्रिया में शिक्षकों को अपनी स्थिति के आधार पर आवेदन भरने की सुविधा दी जा रही है. यह प्रक्रिया 15 दिसंबर तक जारी रहेगी। शिक्षा विभाग के आंकड़ों के अनुसार, अब तक 33,227 शिक्षकों ने आवेदन किया है, जिनमें से 27,661 शिक्षकों ने अपने वर्तमान स्थान से पसंदीदा स्थान की दूरी को आधार बनाकर तबादला मांगा है.

कई शिक्षकों ने गंभीर बीमारियों के आधार पर भी तबादला मांगा

इनमें कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के आधार पर 456 आवेदन, दिव्यांगता के आधार पर 1522 आवेदन, मानसिक दिव्यांगता के आधार पर 290 आवेदन और विधवा या तलाकशुदा होने के आधार पर 216 आवेदन आए हैं. इसके अलावा, पति या पत्नी की नियुक्ति के आधार पर 2919 शिक्षकों ने तबादला आवेदन किया है.

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6% शिक्षकों ने तबादला के लिए किया आवेदन

बिहार में कुल 5,45,182 शिक्षक हैं, जिनमें से अब तक केवल 6% शिक्षकों ने ही तबादला आवेदन किया है. हालांकि, 12,360 से अधिक शिक्षकों के आवेदन अभी ड्रॉफ्ट मोड में हैं. राज्य में शिक्षकों के तबादले की यह प्रक्रिया खास महत्व रखती है, क्योंकि यह शिक्षकों के जीवन को बेहतर बनाने के साथ-साथ शिक्षा व्यवस्था को भी प्रभावित कर सकती है.

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