बिहार के 1.87 लाख शिक्षकों का वेरीफिकेशन 1 अगस्त से, रजिस्टर्ड मोबाइल पर मिलेगी स्लॉट की जानकारी
बिहार में सभी सक्षमता परीक्षा पास करने वाले नियोजित शिक्षकों के वेरिफिकेशन के लिए शिक्षा विभाग ने शेड्यूल जारी कर दिया है. एक अगस्त से सक्षमता पास सभी शिक्षकों का डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन शुरू हो जायेगा. किस अनुशंसित शिक्षक को किस समय काउंसलिंग के लिए उपस्थित होना है, इसकी सूचना वेबसाइट पर व अभ्यर्थियों के रजिस्टर्ड नंबर पर दी जायेगी.
Bihar Teacher News: विशिष्ट शिक्षक बनने के लिए पहली सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके 1.87 लाख नियोजित शिक्षकों की काउंसिलिंग एक अगस्त से सुबह नौ बजे से शुरू हो जायेगी. काउंसिलिंग के लिए शिक्षा विभाग ने मंगलवार को सभी स्थापना डीपीओ और जिला शिक्षा पदाधिकारियों से लंबा विमर्श किया. खासतौर पर उन्हें उसकी ऑनलाइन प्रकिया से अवगत कराया गया है. साथ में काउंसलिंग संबंधी जरूरी दिशा निर्देश भी जारी किये गये. इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शिक्षा विभाग के मुख्यालय स्थित सभी शीर्ष पदाधिकारी भी शामिल रहे.
डीआरसीसी में होगी काउंसिलिंग
काउंसलिंग प्रक्रिया एवं उसके तकनीकी पहलुओं पर तकनीकी विशेषज्ञों से एसीएस डॉ एस सिद्धार्थ ने चर्चा की है. वह काउंसलिंग प्रक्रिया को फुल प्रूफ बनाने की दिशा में लगातार दिशा निर्देश जारी कर रहे हैं. आधिकारिक जानकारी के मुताबिक सभी अनुशंसित शिक्षकों की काउंसलिंग उन्हें आवंटित जिले के डीआरसीसी में करायी जानी है. किस अभ्यर्थी को काउंसलिंग के लिए कब उपस्थित होना है, इसकी जानकारी उनके माेबाइल रजिस्टर्ड नंबर पर 31 जुलाई को दे दी जायेगी. साथ ही यह जानकारी शिक्षा विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध करा दी जायेगी. संभव है कि यह जानकारी मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात से ही दी जा सकती है.
काउंसिलिंग के लिए ऑनलाइन अटेंडेंस
जानकारों के अनुसार काउंसिलिंग के लिए उपस्थित अभ्यर्थियों की ऑनलाइन अटेंडेंस ली जायेगी. वह जैसे ही काउंसिलिंग के लिए उपस्थित होंगे. वहां तैनात पदाधिकारी या कर्मचारी साफ्टवेयर पर संबंधित अभ्यर्थी का अभ्यर्थी का निश्चित कोड डालेंगे. इससे उनकी समूची जानकारी सामने जायेंगी. उपस्थित पर क्लिक करते हुए संबंधित पदाधिकारी के मोबाइल पर ओटीपी आयेगी. जिसके जरिये अभ्यर्थी की पहचान कर काउंसिलिंग के लिए अनुमति देगा. निर्धारित समय के बाद काउंसलिंग के लिए कोई अभ्यर्थी पहुंचता है तो सॉफ्टवेयर उसकी उपस्थिति को ऑटोमेटिकली स्वीकार नहीं करेगा. एक स्लॉट में एक काउंटर पर तीस अभ्यर्थियों की ही काउंसलिंग हो सकेगी. हालांकि विभाग इसमें जरूरी परिवर्तन कर सकता है .
Also Read: बिहार के बेरोजगारों के लिए सुनहरा मौका, 36 जिलों में रोजगार मेला लगाकर बांटी जाएंगी नौकरियां
आधार और बायोमेट्रिक सत्यापन होगा
जानकारी के अनुसार सत्यापन के लिए मुख्य द्वार पर अभ्यर्थी का आधार और बायोमेट्रिक सत्यापन किया जाएगा. इसके बाद ही काउंसलिंग की जाएगी. काउंसलिंग की अधिकांश प्रक्रिया सॉफ्टवेयर के माध्यम से होनी है.