बिहार में पर्यटन का प्रक्षेत्र विस्तृत हो चुका है. यहां न केवल देसी बल्कि विदेशी पर्यटकों की संख्या में भी वृद्धि हुई है. पर्यटन विभाग आधारभूत संरचनाओं को बेहतर बनाने में जुटा हुआ है, इसके साथ ही बेहतर रूप से प्रचार- प्रसार का कार्य भी किया जा रहा है. इसे और बेहतर बनाते हुए हम सब एक काम और करें कि जब भी बिहार के बाहर के लोगों से मिलें, तो यहां की बदली हुई तस्वीर बताते हुए उन्हें बिहार भ्रमण के लिए आमंत्रित करें. ये बातें पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा, ने ज्ञान भवन में आयोजित ट्रैवल एंड टूरिज्म फेयर 2024 के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा कि हमें घरेलू के साथ देश के विभिन्न क्षेत्रों और विदेशों से पर्यटकों की आमद को यहां बढ़ाने पर काम करना है.
समापन समारोह में पर्यटन सचिव लोकेश कुमार सिंह ने कहा कि टीटीएफ में देश के सभी बड़े राज्यों की भागीदारी रही, यहां से हमें कई ऐसे सुझाव प्राप्त हुए हैं, जो आगामी दिनों में योजनाओं और नीतियों को बनाने में काफी सहायक सिद्ध होगा. कार्यक्रम में पर्यटन मंत्री तथा पर्यटन सचिव द्वारा टीटीएफ पटना के विभिन्न प्रतिभागियों को ट्रॉफी और प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया.
बिहार में एडवेंचर टूरिज्म के विस्तार को लेकर व्यापक अवसर है. यहां कैसे एडवेंचर टूरिज्म को कैसे बढ़ा सकते हैं, इसपर विचार करने की जरूरत है. बिहार सरकार के पास एडवेंचर टूरिज्म को लेकर एक ब्लू प्रिंट होना चाहिए. उक्त बातें नगर विकास विभाग के सचिव व पर्यटन विभाग के पूर्व सचिव अभय कुमार सिंह ने कही. पर्यटन विभाग की ओर से पटना टीटीएफ 2024 के दूसरे दिन ‘रोमांच और पगडंडियां: साहसिक पर्यटन की संभावनाएं’ विषय पर आयोजित सेमिनार में माडरेटर के रूप में संबोधित करते हुए कह रहे थे.
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उन्होंने कहा कि बिहार में अपनी टूरिज्म पाॅलिसी है. जिसमें सभी स्टेक होल्डर्स के लिए चीजें स्पष्ट की गई है. इसका लाभ भी लोग उठा रहे हैं. आने वाले समय में एडवेंचर टूरिज्म को लेकर एक अलग पॉलिसी भी जरूरत पड़ने पर बनाई जा सकती है. बिहार में पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है. सिंह ने कहा कि इस सेमिनार में जो भी विचार पैनलिस्टों के आए हैं, उसे सरकार को अवगत कराया जाएगा. खास कर एडवेंचर टूरिज्म को लेकर स्टेट बोर्ड बनाने, एसओपी बनाने, विद्यालय के बच्चों को कैंपिग के लिए ले जाने जैसे सुझाव महत्वपूर्ण हैं. उन्होंने कहा कि एडवेंचर टूरिज्म की तरफ युवओं का झुकाव है. ऐसे में शुरू से ही बच्चों को इसके बारे से जानकारी होगी तो वे बेहतर अनुभव कर सकेंगे.
नेशनल एडवेंचर फाउंडेशन (एनएएफ) के चैप्टर डायरेक्टर दया शंकर मिश्रा ने कहा कि बिहार के लोग बाहर जाकर ज्यादा एडवेंचर स्पोर्ट्स करते हैं. खासकर ओडिशा में. बिहार में इसे कर लोगों की रूचि कम है. अभी इस दिशा में लोगों को सोचने की जरूरत है. बिहार में एडवेंचर टूरिज्म व स्पोर्टस को लेकर सारी सुविधाएं है. उन्होंने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन साथी के रूप में लोगों को जोड़ने और प्रशिक्षित करने की जरूरत है. एडवेंचर टूरिज्म को लेकर राज्य सरकार एक एसओपी बनाए.