Photos: पटना पहुंच रही खचाखच भरी ट्रेनें, अपनी कंफर्म सीट पर बैठने तक को तरस रहे यात्री

Bihar Train Photos: यात्रियों से खचाखच भरी ट्रेनें अभी पटना पहुंच रही हैं. त्योहार में घर आने वालों का सिलसिला जारी है. देखिए ट्रेन का दृश्य और किस तरह यात्री कर रहे जद्दोजहद...

By ThakurShaktilochan Sandilya | November 3, 2024 10:47 AM
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Bihar Train Photos: त्योहार के सीजन में बिहार से बाहर रहने वाले लोगों का अपने गांव-घर लौटने का सिलसिला जारी है. कुछ लोग दिवाली में ही अपने घर आए तो वहीं कुछ लोगों को छठ (Chhath 2024) में घर जाने का इंतजार रहा. छठ महापर्व में बड़ी तादाद में दूसरे राज्यों में रहने वाले प्रवासी लोग अपने घर आते हैं. छठ शुरू होने में अब एक ही दिन बचा है.मंगलवार को नहायखाय के साथ ही इस महापर्व का शुभारंभ हो जाएगा. वहीं पटना जंक्शन का नजारा इन दिनों कुछ ऐसा है कि तमाम प्लेटफॉर्म खचाखच भरे दिखते हैं. ट्रेनों में पैर रखने तक की जगह नहीं दिखती है. ऐसा ही दृश्य शनिवार को भी दिखा.

ट्रेन पूरी तरह पैक, प्लेटफॉर्म भी खचाखच भरा

दिल्ली, मुंबई, सूरत जैसे शहरों से बड़ी संख्या में बिहारवासी अपने घर पहुंच रहे हैं. पटना जंक्शन का लगभग हर प्लेटफॉर्म यात्रियों से पैक दिखता है. शनिवार को मुंबई से आ रही गोरखपुर एक्सप्रेस में लोग ट्रेन के दरवाजे पर खड़े होकर पटना पहुंचे. यह ट्रेन जब खुली तो एक नंबर प्लेटफॉर्म पर ही 1.18 बजे मगध एक्सप्रेस पहुंची. इस ट्रेन में भी भीड़ भरी हुई थी लोग आपातकालीन खिड़की से सामान उतारते दिखे. जिन लोगों ने पहले से ही रिजर्वेशन करा लिया था उन्हें भी परेशानियों का सामना करना पड़ा.

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इमरजेंसी खिड़की के सहारे सामान उतारने की मजबूरी

इमरजेंसी खिड़की का सहारा लेकर सामान उतार रही एक महिला ने कहा कि चार महीने पहले स्लीपर क्लास का टिकट लिए थे उसके बाद भी अपनी सीट पर बैठने तक को नहीं मिला. पैर तक रखने को जगह ट्रेन में नहीं था. एक यात्री ने कहा कि पूरे परिवार के साथ काफी वर्षों से दिल्ली में रहते हैं. छठ में हर साल घर आते हैं और इसी तरह जद्दोजहद करके आना पड़ता है.

अपनी ही सीट पर बैठ नहीं सकते, भीड़ करती है कब्जा

दिल्ली से आ रहे पवन बताते हैं कि वो कजरा के रहने वाले हैं. दिल्ली से आने के लिए किसी तरह तत्काल में टिकट लिए. लेकिन उनकी सीट पर ही उन्हें बैठने नहीं दिया गया. ट्रेन में भीड़ भर गयी और कोई भी आकर कहीं बैठ गया. जब अपने सीट से उठने बोला तो कहा गया कि जाकर कहीं बैठ जाओ. अभी कोई सीट और रिजर्वेशन नहीं है. किसी तरह यहां पहुंचे हैं.

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