Bihar Vidhan Sabha Chunav : एक फेज में हो चुनाव : एनडीए, राजद ने कहा- जनता के बीच जाने से ना रोके आयोग
bihar vidhan sabha election, bihar vidhan sabha election 2020, bihar vidhan sabha election 2020 date, bihar election, bihar election 2020 date, bihar chunav : पटना : बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार के मान्यताप्राप्त राजनीतिक दलों की चुनाव आयोग के साथ पहली बैठक शुक्रवार को हुई. चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों से सुझाव मांगे. साथ ही राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भी खुल कर पार्टी की सुझावों से आयोग को अवगत कराया. मालूम हो कि बिहार विधानसभा चुनाव अक्तूबर-नवंबर में होना है.
Bihar Vidhan Sabha Chunav : पटना : बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार के मान्यताप्राप्त राजनीतिक दलों की चुनाव आयोग के साथ पहली बैठक शुक्रवार को हुई. चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों से सुझाव मांगे. साथ ही राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भी खुल कर पार्टी की सुझावों से आयोग को अवगत कराया. मालूम हो कि बिहार विधानसभा चुनाव अक्तूबर-नवंबर में होना है.
जानकारी के मुताबिक, मुख्य निर्वाचन आयुक्त के कार्यालय में शुक्रवार को हुई बैठक में एनडीए के घटक दलों ने सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में एक चरण में ही मतदान कराने की मांग की. एनडीए के प्रतिनिधि के रूप में मौजूद जेडीयू के सांसद आरसीपी सिंह, ललन सिंह, मंत्री संजय झा, अनिल हेगड़े और बीजेपी की ओर से प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल, मंत्री मंगल पांडेय बैठक में शामिल हुए.
एनडीए प्रतिनिधियों ने कहा कि बिहार में विधानसभा चुनाव में पारा मिलिट्री फोर्स का उपयोग किया जाये. बैठक के बाद जेडीयू संसदीय दल के नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने एनडीए की ओर से दिये गये सुझावों की जानकारी देते हुए बताया कि सोशल डिस्टैंसिंग को लेकर चुनाव आयोग को खुद मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करने का सुझाव दिया गया है. आयोग अगर कोई प्रचार-प्रसार को लेकर एसओपी तैयार करता है, तो उसका पालन सभी दलों द्वारा किया जायेगा.
वहीं, बिहार के मुख्य विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) समेत अन्य विपक्षी दलों ने कहा कि चुनाव आयोग जनता के बीच जाने से उन्हें नहीं रोके. आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह समेत अन्य विपक्षी दलों के प्रतिनिधियों ने कहा कि चुनाव आयोग के एक या अधिक फेज में कराने पर कोई आपत्ति नहीं है. लेकिन, कोरोना संकट के नाम पर चुनाव आयोग जनता के बीच जाने से नहीं रोके.