Bihar weather: पटना. सावन के पवित्र महीने की शुरुआत हो गई है. सोमवार को सावन की पहली सोमवारी के अवसर पर बिहार के लोगों को गर्मी से राहत और सुहावने मौसम का आनंद मिला. पिछले 10 दिनों से बिहार में उमस और भीषण गर्मी थी, जिससे लोगों को बहुत परेशानी हो रही थी, लेकिन अब मौसम विभाग ने बताया है कि पटना समेत अधिकतर शहरों में 25 जुलाई से बारिश हो सकती है. सीमांचल के इलाके में उमस भरी गर्मी के बीच सोमवार की सुबह में हुए मामूली बारिश से राहत मिला है. तापमान में थोड़ी नरमी आने से गर्मी से लोगों ने सकून महसूस किया है. किसानों के झुलसते फसलों को राहत मिला है. पाट मक्का फसलों को बारिश से लाभ मिलने की उम्मीद है.
26 जिलों में येलो अलर्ट जारी
मॉनसून के मौसम के बावजूद बिहार और पटना में अभी भी गर्मी का असर है. तापमान लगातार बढ़ा हुआ है. हालांकि, मौसम विभाग ने मंगलवार को बारिश की संभावना जताई है और 26 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार मॉनसून की ट्रफ लाइन अभी बिहार या उसके आस-पास के राज्यों में नहीं है. ट्रफ लाइन आने के बाद ही प्रदेश में अच्छी बारिश हो सकती है. बिहार में अब तक मानसून की बारिश 405.7 मिलीमीटर होनी चाहिए थी, लेकिन अब तक केवल 302.5 मिलीमीटर बारिश हुई है, जो सामान्य से 25% कम है.
पटना में भी बारिश के आसार
सोमवार को पटना और आसपास के इलाकों में आसमान में बादल छाये रहे, जिससे लोगों को कुछ राहत मिली. पटना का अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस से नीचे है, लेकिन वायुमंडल में आद्रता 60-70% होने के कारण लोगों को 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक का तापमान महसूस हो रहा है. मौसम विभाग ने पटना, भोजपुर, अरवल, जहानाबाद, नालंदा, लखीसराय और मुंगेर के कुछ हिस्सों में मंगलवार को बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया है.
भागलपुर का गिरा तापमान
भागलपुर जिले में सोमवार को सावन की पहली बारिश से लोगों को उमस और गर्मी से राहत मिली. दिनभर बादलों की आवाजाही से तेज धूप से राहत भी मिली. जिले के विभिन्न हिस्सों में रुक-रुककर 8.3 मिलीमीटर हल्की बारिश हुई. 8.4 किमी प्रतिघंटे की गति से पूर्वा हवा चलती रही. दोपहर का अधिकतम तापमान कम होकर 33.5 डिग्री तक पहुंच गया. वहीं, सुबह के समय न्यूनतम तापमान 27 डिग्री रिकॉर्ड किया गया. बीएयू सबौर के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के नोडल पदाधिकारी डॉ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि जिन किसानों के पास सिंचाई की उचित व्यवस्था है, खेत में ही धान की छिटका विधि से सीधी बुवाई कर सकते है.