पटना : अरब सागर में उठे निसर्ग तूफान की लहरें बेशक महाराष्ट्र में टकराकर खामोश हो गयी हों, लेकिन उसकी नमी युक्त हवाओं ने पूरे बिहार को आगोश में ले रखा है. इसके प्रभाव से बिहार में छाये बादल पूरी ताकत से गरजे हैं. इसकी वजह से हुई बारिश ने शुक्रवार के दिन पूरे प्रदेश को भिगो दिया. बारिश कुछ ऐसी रही कि जेठ में ही सावन की बारिश का अनुभव हुआ. ऐसे हालात अगले 48 घंटे तक बने रहेंगे. फिलहाल पूरे प्रदेश में कहीं रिमझिम, तो कहीं भारी बारिश हुई.
बारिश के प्रभाव से तापमान में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गयी. पूरे प्रदेश में औसतन चार से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई है. पूरे प्रदेश में सामान्य की तुलना में अधिकतम पारे में सबसे ज्यादा गिरावट पटना में 9 डिग्री सेल्सियस और पूर्णिया में करीब 7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गयी है. इधर पूरे प्रदेश में कई स्थानों भारी बारिश दर्ज की गयी है. पटना में 28.4 ,गया में 34.3 ,भागलपुर में 35.8 और पूर्णिया का तापमान 28.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
यहां हुई भारी बारिश
वैशाली में 110 मिलीमीटर, भभुआ में 100 मिलीमीटर, रेवाघाट, छपरा, मरहौरा, अनमौर में 90 मिलीमीटर, जलालपुर और परसा में 80-80 मिलीमीटर से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गयी है. पटना शहर और भागलपुर शहर में 17-17 मिलीमीटर बारिश हुई.
मॉनसून भी तेजी से बढ़ा है : निसर्ग के साथ अरब सागर से मॉनसून भी आगे बढ़ा है. बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का केंद्र बन जाने से मॉनसूनी हवा उधर शिफ्ट हो रही है. जानकारों के मुताबिक बंगाल की खाड़ी से मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए उपयुक्त मौसमी दशाएं बन रही हैं. उम्मीद जतायी जा रही है कि मॉनसून मध्य जून में बिहार में कभी भी दस्तक दे सकता है.
Posted By : Rajat Kumar