बिहार में अगले दो दिनों तक आंधी-पानी के साथ ठनके का अलर्ट जारी किया गया है. मौसम पूर्वानुमान रिपोर्ट के मुताबिक इसकी मुख्य वजह पूर्व-पश्चिम ट्रफ लाइन का गुजरना है. जिसकी वजह से चक्रवाती दबाव का केंद्र बिहार बना हुआ है. हालांकि ट्रफ लाइन की दिशा सोमवार से दक्षिण-उत्तर हो जायेगी. ऐसी स्थिति में दो दिन बाद बिहार की मौसमी दशा सामान्य होने के आसार बन सकते हैं. इन मौसमी दशाओं के बीच बिहार में रात और दिन का तापमान सामान्य से नीचे पहुंच गया है.
आंधी-पानी की वजह से बिहार में प्री मॉनसून बारिश अब सामान्य से 15 फीसदी अधिक हो गयी है. बिहार में 22 मई तक 68.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज हो चुकी है. बिहार में सर्वाधिक बारिश का केंद्र हिमालय की तलहटी वाला इलाका रहा है. दरअसल पुरवैया हवाएं हिमालय से टकराकर चंपारण से लेकर पूर्णिया तक में बारिश करा रही हैं.
दक्षिणी बिहार में अभी बारिश सामान्य से कम है. जानकारी के मुताबिक रविवार को चंपारण, किशनगंज, सीतामढ़ी, शिवहर, दरभंगा में सामान्य से कई गुना अधिक बारिश दर्ज हुई. इसी तरह गया, औरंगाबाद, रोहतास, नवादा, बांका, भभुआ और जहानाबाद में भी सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गयी.
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जेठ की तपिश से परे पिछले चौबीस घंटे में तापमान औसतन पांच से सात डिग्री सेल्सियस तक नीचे गिरा है. उत्तरी बिहार में उच्चतम तापमान तीन से सात डिग्री, दक्षिणी बिहार में तीन से पांच डिग्री और मध्य बिहार में सामान्य से तीन डिग्री कम दर्ज हुआ है. न्यूनतम तापमान भी सामान्य से पांच डिग्री नीचे तक गिरा है.
उत्तरी बिहार में अधिकतम तापमान करीब 31 डिग्री और दक्षिणी बिहार में औसत पारा 35 डिग्री के आसपास रहा. अधिकतम तापमान बक्सर में 36.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पूरे बिहार में सोमवार से पूरी तरह पुरवैया चलना शुरू होगी. अभी तक दक्षिणी-पश्चिमी बिहार में पछिया प्रभावी थी.