Bihar Weather: बिहार में गर्मी ने तोड़ा 128 साल पुराना रिकार्ड, औरंगाबाद सबसे गर्म

Bihar Weather: पूरा बिहार भीषण गर्मी की चपेट में है. बुधवार को औरंगाबाद में अधिकतम तापमान सबसे अधिक दर्ज किया गया. आईएमडी ने कहा कि आने वाले दिनों में गर्मी से अभी राहत नहीं मिलेगी. अभी तापमान और बढ़ेगा.

By Ashish Jha | May 30, 2024 6:21 AM

Bihar Weather: पटना. बुधवार को राज्य में भीषण लू चली. गया सहित दक्षिण बिहार के कई जिलों में उच्चतम तापमान अभूतपूर्व रहा. गया में 128 साल के इतिहास में मई माह में इतनी गर्मी कभी नहीं पड़ी. आइएमडी पटना के पास उपलब्ध आधिकारिक रिकार्ड के मुताबिक 1896 से लेकर मंगलवार तक इतना तापमान कभी दर्ज नहीं किया गया. इस तरह मई में बुधवार को दर्ज उच्चतम तापमान 47.4 डिग्री सेल्सियस अब तक का सबसे अधिक है. इससे पहले गया में मई माह वर्ष 1970 में केवल 47.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. राज्य में सबसे अधिक तापमान औरंगाबाद में 48.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है.

छह जिलों में हो सकती है हल्की बारिश

मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार उत्तर बिहार के 6 जिला मधुबनी, सुपौल, अररिया ,किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार में हल्की वर्षा के साथ मेघ गर्जन की संभावना है, लेकिन इन जिलों में भी गर्मी में कमी होने के आसार नहीं हैं और वर्षा के बाद अत्यधिक गर्मी पड़ सकती है. वहीं, मानसून की शुरुआत के लिए केरल में परिस्थितियां अगले 5 दिनों में अनुकूल होने की संभावना है. हांलाकि मौसम विभाग की ओर से अभी समय सीमा निर्धारित नहीं की गई है. उससे पहले अभी बिहार में भीषण गर्मी से निजात मिलने के कोई आसार नहीं है.

अधिकतर जगहों पर कर्फ्यू जैसी स्थिति

कुल मिलाकर पूरा राज्य भीषण गर्मी के आगोश में है. खासतौर पर दक्षिण बिहार में लू का कहर देखा जा रहा है. बुधवार को गर्म पछुआ के थपेड़े महसूस किये गये. लू की तपिश के चलते राज्य के अधिकतर जगहों पर कर्फ्यू जैसी स्थिति देखी गयी. आइएमडी की तरफ से अगले दो दिन तक इसी तरह का तापमान बने रहने का पूर्वानुमान जारी किया गया है. राज्य में भीषण लू के चलते औरेंज अलर्ट है. आइएमडी के मुताबिक राज्य के 16 जिलों में भीषण लू चली. इसमें 11 जगहों पर जानलेवा लू दर्ज की गयी है.

24 जिले में पारा 44 के पास

गया, शेखपुरा, जमुई, बक्सर,भोजपुर, औरंगाबाद, बेगूसराय, नवादा, राजगीर/ नालंदा, अरवल ,रोहतास/ विक्रमगंज में जानलेवा लू और रोहतास/ डेहरी , वैशाली, सीतामढ़ी/ पुपरी , सिवान/ जीरादेई और मुंगेर में लू दर्ज की गयी है. लगभग पूरे राज्य में दिन का तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया गया है. 24 जिले ऐसे रहे , जहां पारा 40 से 44 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा.

वे जगह जहां 44 से अधिक तापमान दर्ज किया गया

जगह- उच्चतम तापमान (डिसे में )- सामान्य से अधिक (डिसे में )
औरंगाबाद – 48.2-9.5
गया- 47.4 – 7.4
नवादा-47.3 -9.3
अरवल- 47.1- 8.7
रोहतास / डेहरी- 46.8- 6.4
भोजपुर- 46.6 -8.5 -8.7
रोहतास / विक्रमगंज -46.5-7.5
बक्सर- 45.9- 7.2
नालंदा/ राजगीर-45.6-7.8
सिवान/ जीरादेई-45.2- 7.2
बेगूसराय- 44.8-7.9
जमुई- 44 – 6.5

गया में मई माह के अब तक के सबसे अधिक तापमान के संदर्भ में विशेष जानकारी

14 मई 1970 – 47.1
24 मई 1998- 46.6
11 मई 1988- 46.5
26 मई 1980- 46.4
चार मई 1993 – 46.2

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बिहार में अभूतपूर्व लू की स्थिति इसलिए बनी

बिहार में अभूतपूर्व की स्थिति है. गया में मई माह में इससे पहले कभी भी इतना उच्चतम तापमान नहीं गया. औरंगाबाद ,बक्सर आदि में पारा भी उच्चतम गया है. हालांकि अभी यह नये स्टेशन हैं. राज्य में जबरदस्त लू की वजह वह कारक हैं, जिनकी वजह से दिन की गर्म हवाएं वायुमंडल में ऊपर नहीं जा पा रहा, जिसकी वजह से हवा ठंडी नहीं हो पा रही है. दरअसल वायुमंडल में ऊपर नमी युक्त हवाएं हैं. हाइ प्रेशर एरिया बना हुआ है. लिहाजा दिन की गर्मी के बाद रात में हवाएं वायुमंडल में नीचे ही ट्रेप हो रही हैं. इसके अलावा राजस्थान से आने वाली हवाएं जबरदस्त तपिश लेकर आ रही हैं. इसके अलावा अत्याधिक गर्मी के लिए जिम्मेदार कई अन्य वजहें भी हैं.

-आशीष कुमार , वरिष्ठ मौसम विज्ञानी , आइएमडी पटना

अभूतपूर्व लू की यह भी है खास वजह

जानकारों के मुताबिक दक्षिण बिहार के गया सहित तकरीबन सभी जिलों में अधिकतम छोटी-बड़ी नदियां पूरी तरह सूख चुकी हैं. ऐसा लगताार पिछले कुछ सालों से हैं. इसके चलते रेत जल्दी गर्म हो रहा है. यह इलाका पहले भी अपनी भोगौलिक परिस्थितियों के चलते तेज हवाओ के लिए जाना जाता है. हरियाली भी लगातार घट रही हैं. ऐसे परिदृश्य में पश्चिमी की तरफ से आने वाली हवाएं और अधिक गर्म हो जाती हैं. नदियों के सूखे होने से वातावरण में संतुलन भी नहीं बन पा रहा है.

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