Bihar : बिहार में ठंड ने दी दस्तक, लौट गया मॉनसून, पश्चिमी विक्षोभ पर क्या आया अपडेट

Bihar: बिहार में शरद ऋतु (ठंड) ने दस्तक दे दी है. फिलहाल शरद ऋतु की शुरुआत होते ही खासतौर पर रात के पारे में गिरावट शुरू हो गयी है.

By Paritosh Shahi | October 13, 2024 7:02 PM

Bihar: बिहार से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी रविवार को हो गयी. इसी के साथ राज्य में शरद ऋतु (ठंड) ने दस्तक दे दी है. फिलहाल शरद ऋतु की शुरुआत होते ही खासतौर पर रात के पारे में गिरावट शुरू हो गयी है. अगले तीन दिन तक रात का पारा 24 से 26 डिग्री के आसपास रहेगा. वहीं, दिन के पारा भी सामान्य के आसपास ही रहेगा. सुबह और शाम के मौसम में कुछ अधिक ठंड महसूस होगी. सूत्रों के अनुसार राज्य में इस साल मॉनसून 20 जून प्रवेश कर गया था. पूरे राज्य में 28 जून तक फैल गया था. पूरे माॅनसून सत्र में सामान्य से 20 प्रतिशत कम केवल 798 मिलीमीटर बारिश हुई है. राज्य के 20 जिलों में 20 से 59 प्रतिशत कम बारिश दर्ज हुई है.

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59% तक कम बारिश

आइएमडी की आधिकारिक जानकारी के अनुसार बेगूसराई, भभुआ, भागलपुर, भोजपुर, दरभंगा, गोपालगंज,जहानाबाद, मधेपुरा, मधुबनी, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, पटना, पूर्णिया, रोहतास, सहरसा, समस्तीपुर, सारण, शिवहर, सीतामढ़ी और वैशाली में सामान्य से 59 प्रतिशत तक कम बारिश हुई है.

19% तक कम बारिश

अररिया, अरवल, औरंगाबाद, बांका, बक्सर, पूर्वी चंपारण, गया, जमुई, कटिहार, खगड़िया, किशनगंज, लखीसराय, नालंदा, शेखपुरा, सीवान, सुपौल और पश्चिमी चंपारण में सामान्य या सामान्य से 19 प्रतिशत तक कम बारिश दर्ज की गयी है.

केवल नवादा में ही काफी अधिक बारिश

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इस मॉनसून सत्र में सामान्य से 52 प्रतिशत, जुलाई में सामान्य से 29 प्रतिशत, अगस्त में चार प्रतिशत कम और सितंबर में सामान्य से एक प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गयी है. केवल नवादा जिला ऐसा रहा, जहां सामान्य से काफी अधिक बारिश दर्ज की गयी. अक्तूबर से अभी तक राज्य में सामान्य से 77 प्रतिशत कम केवल 10 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी है.

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पश्चिमी विक्षोभ पर निर्भर करेगी ठंड

आइएमडी ने इस साल शरद ऋतु में दिसंबर तक कितनी ठंड पड़ेगी, इसके पूर्वानुमान को लेकर चुप्पी साध रखी है. दरअसल, बिहार सहित समूचे उत्तरी भारत में ठंड को लेकर पश्चिमी विक्षोभ जिम्मेदार होते हैं. पिछले वर्ष दिसंबर तक पश्चिमी विक्षोभ ही नहीं सक्रिय हुए. इसलिए दिसंबर तक कोई खास सर्दी नहीं पड़ी थी. ऐसा पिछले दो सालों से देखा जा रहा है. इस बार भी मौसम विज्ञानियों की नजर पश्चिमी विक्षोभ के पूर्वानुमान पर टिकी है. उसी के आधार पर वह ठंड को लेकर कोई पूर्वानुमान घोषित करेगा.

मॉनसून के चार माह में 798 एमएम बारिश

जून – 79 मिलीमीटर
जुलाई- 241.3 मिलीमीटर
अगस्त- 260 मिलीमीटर
सितंबर- 218 मिलीमीटर

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