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Bihar Weather Forecast, Flood LIVE Updates: नेपाल सहित बिहार और पड़ोसी राज्यों में लगातार बारिश से लगभग सभी नदियां उफान पर

Bihar Weather Forecast, Flood Updates बिहार में मानसून अब भी पूरी तरह सक्रिय है. बता दें कि मंगलवार को वज्रपात से प्रदेश में फिर से एक बार जान-माल की हानि हुइ है. वज्रपात से राज्य में पांच व्यक्तियों की मौत हो गयी थी. वहीं प्रदेश में आज यानि दो जुलाई तक मनसून की बारिश जारी रहने की उम्मीद है. राजधानी पटना में बुधवार को सुबह में हल्की बारिश हुई. इसके बाद आसमान साफ रहा. इससे अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होने के साथ-साथ नमी की मात्रा भी बढ़ गयी. तापमान व नमी बढ़ने से लोगों को ऊमस भरी गर्मी अधिक महसूस हुई. मौसम विज्ञान केंद्र की मानें, तो गुरुवार को राजधानी के ऊपर बादल छाने के साथ-साथ हल्की बारिश भी हो सकती है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 2, 2020 1:19 PM

मुख्य बातें

Bihar Weather Forecast, Flood Updates बिहार में मानसून अब भी पूरी तरह सक्रिय है. बता दें कि मंगलवार को वज्रपात से प्रदेश में फिर से एक बार जान-माल की हानि हुइ है. वज्रपात से राज्य में पांच व्यक्तियों की मौत हो गयी थी. वहीं प्रदेश में आज यानि दो जुलाई तक मनसून की बारिश जारी रहने की उम्मीद है. राजधानी पटना में बुधवार को सुबह में हल्की बारिश हुई. इसके बाद आसमान साफ रहा. इससे अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होने के साथ-साथ नमी की मात्रा भी बढ़ गयी. तापमान व नमी बढ़ने से लोगों को ऊमस भरी गर्मी अधिक महसूस हुई. मौसम विज्ञान केंद्र की मानें, तो गुरुवार को राजधानी के ऊपर बादल छाने के साथ-साथ हल्की बारिश भी हो सकती है.

लाइव अपडेट

दरभंगा में आधा दर्जन पंचायतों का संपर्क टूटा

दरभंगा में नदी का जल स्तर 35.93 मीटर था. हालांकि दोनों नदियों का जल स्तर मंगलवार की अपेक्षा घट रहा था. जल संसाधन विभाग के आंकड़ों के अनुसार बागमती नदी बेनीबाद में खतरे के निशान से केवल दो सेंटीमीटर नीचे थी. वहीं, गंगा नदी का जल स्तर बढ़ रहा है, लेकिन खतरे के निशान से नीचे है़ पटना के दीघा घाट पर बुधवार को इसमें 10 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हुई.

गंडक बराज से छोड़ा गया 80 हजार क्यूसेक पानी

गंडक बराज से 80 हजार क्यूसेक पानी बुधवार की शाम तक छोड़ा गया है. इससे तटवर्ती वन क्षेत्र समेत पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के समीपवर्ती क्षेत्रों में पानी का जमाव और कटाव होने की आशंका बढ़ गयी है. गंडक बराज के सभी कर्मियों को अलर्ट पर रखा गया है.

पटना में अगले दो दिनों तक बारिश की संभावना

आसमान साफ होन से राजधानी के अधिकतम तापमान में भी इजाफा दर्ज किया गया. अधिकतम तापमान 35.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. वहीं, सुबह में नमी की मात्रा 95 प्रतिशत व शाम में 70 प्रतिशत दर्ज की गयी. राजधानी में अधिकतम तापामन बढ़ने और नमी की मात्रा अधिक होने से लोगों को गर्मी अधिक महसूस हुआ. हालांकि, शाम में बादल छाने के साथ साथ हल्की पूरवा हवा भी चलने लगी. इससे भी लोगों को ज्यादा राहत नहीं मिला. मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विवेक सिन्हा ने बताया कि नमी की मात्रा सामान्य से काफी अधिक है. इससे राजधानी और आसपास के इलाके में अगले दो दिनों तक बारिश की संभावना बनी हुई है.

राजधानी व आसपास के इलाके में आज बारिश की संभावना

बुधवार की सुबह आसमान में बादल छाये रहने के साथ हल्की बूंदा-बांदी हुयी. लेकिन, इस बारिश के बाद आसमान साफ होने के साथ साथ ऊमस बढ़ गया. इससे दिनभर ऊमस भरी गर्मी से लोग परेशान रहें. मौसम विज्ञान केंद्र की मानें तो गुरुवार को भी राजधानी व आसपास के इलाके में बारिश होने की संभावना है.

बिहार में मानसून तीन जुलाई तक

मौसम विभाग के अनुसार, बिहार में मानसून तीन जुलाई तक सक्रिय रहेगा. इस दौरान राज्य के अधिकांश जिलों के लिए मौसम विभाग ने अगले 72 घंटे को लेकर अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने राज्य के अधिकांश जिलों में भारी बारिश के साथ ही वज्रपात की भी संभावना जताई है.

लगातार बढ़ रहा है गंगा का जलस्तर 

गंगा नदी का जलस्तर सभी जगह लगातार बढ़ रहा है. हालांकि, खतरे के निशान से यह अभी भी काफी नीचे है. पटना के दीघा घाट पर बुधवार को इसमें 10 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हुई. वहां गंगा का जलस्तर मंगलवार को 46.58 मीटर था बुधवार को यह 46.68 मीटर हो गया. पटना के गांधी घाट पर इस के जलस्तर में 12 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गयी. इसी तरह हाथीदह में 16 सेंटीमीटर, मुंगेर में 25 सेंटीमीटर, भागलपुर में आठ सेंटीमीटर और कहलगांव में 9 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी बुधवार को दर्ज की गयी.

नदियां उफान पर, राज्य में बाढ़ का खतरा 

नेपाल सहित बिहार और पड़ोसी राज्यों में लगातार बारिश से लगभग सभी नदियां उफान पर हैं. बुधवार को कमला नदी मधुबनी जिले में झंझारपुर रेल पुल के पास खतरे के निशान से 15 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी. वहां खतरे का निशान 50 मीटर है, लेकिन इस नदी का जलस्तर 50.15 मीटर था. वहीं, महानंदा नदी धनघारा घाट पर खतरे के निशान से 28 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी. वहां खतरे का निशान 35.65 मीटर है. इस नदी का जलस्तर 35.93 मीटर था. हालांकि दोनों नदियों का जलस्तर मंगलवार की अपेक्षा घट रहा था. जल संसाधन विभाग के आंकड़ों के अनुसार बागमती नदी बेनीबाद में खतरे के निशान से केवल दो सेंटीमीटर नीचे थी. इस नदी का खतरे का निशान 48.68 मीटर है. इस नदी का जलस्तर बुधवार को 48.66 मीटर था.

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