Bihar Weather Forecast, Monsoon, Flood Updates: खगड़िया में कोसी खतरे के निशान से 60 सेंमी ऊपर, बागमती भी उफनायी

Bihar Weather Alert, forecast, IMD report, News LIVE Updates : करीब दो दशक बाद बिहार में मॉनसून (Monsoon) बेहद सक्रिय अवस्था में है. बंगाल की खाड़ी में चक्रवात उठने से बिहार में एक बार फिर मानसून सक्रिय हो गया है. मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए भारी बारिश का हाई अलर्ट जारी किया है. राज्य में अगले 36 घंटे और मॉनसून सक्रिय रहेगा. इस दौरान समूचे प्रदेश में खासतौर पर उत्तर- मध्य और उत्तर-पूर्व बिहार में अच्छी से भारी बारिश होने के आसार हैं. इसको लेकर पूरे राज्य में अलर्ट घोषित किया गया है. कुछ जिलों मसलन पश्चिमी-पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, अररिया, किशनगंज और कुछ अन्य जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है. ठनका गिरने को लेकर भी अगाह किया गया है.

By Rajat Kumar | June 29, 2020 9:26 PM
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मुख्य बातें

Bihar Weather Alert, forecast, IMD report, News LIVE Updates : करीब दो दशक बाद बिहार में मॉनसून (Monsoon) बेहद सक्रिय अवस्था में है. बंगाल की खाड़ी में चक्रवात उठने से बिहार में एक बार फिर मानसून सक्रिय हो गया है. मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए भारी बारिश का हाई अलर्ट जारी किया है. राज्य में अगले 36 घंटे और मॉनसून सक्रिय रहेगा. इस दौरान समूचे प्रदेश में खासतौर पर उत्तर- मध्य और उत्तर-पूर्व बिहार में अच्छी से भारी बारिश होने के आसार हैं. इसको लेकर पूरे राज्य में अलर्ट घोषित किया गया है. कुछ जिलों मसलन पश्चिमी-पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, अररिया, किशनगंज और कुछ अन्य जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है. ठनका गिरने को लेकर भी अगाह किया गया है.

लाइव अपडेट

बीते 24 घंटे में बागमती नदी के जलस्तर में हुई 18 सेंटीमीटर की वृद्धि

चौथम (खगड़िया) : नेपाल स्थित कोसी बैराज से पानी डिस्चार्ज करने व लगातार भारी वर्षा के बाद कोसी एवं बागमती नदी उफान पर है. दोनों नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. हाल यह है कि दोनों नदियां खतरे के निशान से काफी ऊपर पहुंच चुकी है. जिस कारण एक ओर जहां दियारा के लोंगों में संभावित बाढ़ को लेकर हड़कंप मचा हुआ है. वहीं दूसरी ओर प्रशासनिक अधिकारियों में भी हलचल तेज हो गयी है.

इधर, सोमवार की सुबह जारी बुलेटिन के अनुसार कोसी नदी बलतरा के समीप खतरे के निशान से 60 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच चुकी है. वहीं दूसरी ओर बागमती नदी का जलस्तर भी संतोष स्लुइस गेट के समीप खतरे के निशान को पार कर गया है. यहां बागमती नदी खतरे के निशान से 51 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. अब दियारा इलाके के मैदानी इलाके में दोनों नदियों का बाढ़ का पानी धीरे धीरे प्रवेश करने लगा है.

डीएम आलोक रंजन घोष ने जानकारी देते हुए बताया कि कोसी नदी एवं बागमती नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि दर्ज की जा रही है. उन्होंने बताया कि कोसी नदी बलतरा के पास समुद्र तल से 34.45 मीटर ऊंचाई पर बह रही है. दूसरी ओर बागमती नदी संतोष स्लूइस के पास 36.14 मीटर ऊंचाई पर बह रही है. उन्होंने बताया कि बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल एक एवं दो के अंतर्गत सभी तटबंध व अन्य संरचनाएं वर्तमान में सुरक्षित है.

सड़कों पर बह रहा है पानी 

कटिहार के कदवा में विनाशकारी बाढ़ का संकेत दे रहे हैं. बाढ़ के कारण कदवा के एक दर्जन से भी अधिक गांवों धनगामा, मुकुरिया, मंझेली, मोहना, परलिया, कुजिबन्ना, कबैया, महादलित टोला कदवा, नंदनपुर, बड़ाबांध, भर्री आदि गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. सोनैली- चांदपुर पीडब्ल्यूडी पथ अंतर्गत काली मंदिर के निकट डायवर्सन के ऊपर लगभग 4 फीट पानी का बहाव हो रहा है. जिससे यातायात व्यवस्था ठप हो गई है.

तेजी से फैल रहा है महानंदा का पानी 

महानंदा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से उपर पहुंच गया है. कटिहार जिले के कदवा प्रखंड के सोनैली-पूर्णिया मुख्य सड़क के शिवगंज डायवर्सन के ऊपर से पानी का हो रहा तेज बहाव, दर्जन भर से अधिक गांवों का प्रखंड व जिला मुख्यालय से सड़क संपर्क हुआ भंग, इसके साथ ही खेत खलिहानों व निचले इलाकों में महानंदा का पानी तेजी से फैल रहा है.

बढ़ने लगा गंडक बराज का जल स्तर, छोड़ा गया एक लाख क्यूसेक पानी

इंडो नेपाल सीमा पर स्थित गंडक बराज से रविवार की दोपहर तक लगभग एक लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया. इससे तटवर्ती वन क्षेत्र समेत पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के समीपवर्ती क्षेत्रों में पानी का जमाव होने की आशंका बढ़ गयी है. इससे ग्रामीणों की परेशानियां बढ़ गयी हैं. गंडक बराज के अधिकारियों की माने तो नेपाल में हो रही बारिश से तराई और पहाड़ी क्षेत्रों में जनजीवन अस्त व्यस्त होने लगा है. नेपाल से छूटे पानी के कारण गंडक बराज का जल स्तर रविवार की सुबह से लगातार बढ़ने के क्रम में है.

खतरे के निशान से ऊपर बह रही है महानंदा

महानंदा, गंगा, कोसी व बरंडी नदी के जल स्तर में रविवार को भी वृद्धि दर्ज की गयी है. नदी का जल स्तर छह घंटे के दौरान करीब दो सेंटीमीटर से 10 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गयी है. जबकि महानंदा नदी अधिकांश स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. नदी के जल स्तर में वृद्धि से कई क्षेत्रों में कटाव होने लगा है. महानंदा नदी झौआ में खतरे के निशान से 23 सेमी ऊपर बह रही है. जबकि यह नदी पार बहरखाल में खतरे के निशान से 17 सेमी ऊपर है.

रविवार को यहां अधिक बारिश

धैगाब्रिज(सीतामढ़ी) 210 मिमी

माधवपुर(मधुबनी) 159.6 मिमी

मोतिहारी 112 मिमी

वीरपुर(मधेपुरा) 107 मिमी

सुपौल 100 मिमी

आठ जिलों में छह जून से अब तक 300 मिमी से अधिक वर्षा

किशनगंज 611

अररिया 509

पूर्णिया 485

सुपौल 365

पू. चंपारण 326

गोपालगंज 311

सारण 304

प. चंपारण 300

बिहार के सभी जिलों में हुई अच्छी बारिश 

पटना में सामान्य से आठ डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया. रात का तापमान भी सामान्य से कम रहा है. इस मॉनसूनी सीजन की खास बात है कि प्रदेश में इसका समान वितरण हुआ है. प्रदेश में सामान्य तौर पर कोई भी एक जिला ऐसा नहीं है, जहां सामान्य से कम बारिश दर्ज की गयी है.

प्रदेश में हो रही है रिकॉर्ड बारिश

प्रदेश में अब तक सामान्य से 92% अधिक बारिश हो चुकी है. सामान्य तौर पर प्रदेश में इस समय तक 144 मिलीमीटर बारिश होती रही है. इस साल जून में अभी तक 275. 6 मिलीमीटर से अधिक बारिश रिकाॅर्ड की गयी है. पांच जून को मॉनसून की दस्तक से अब तक प्रदेश में औसतन एक से डेढ़ सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गयी है. प्रदेश में रविवार को हुई अच्छी बारिश की वजह से प्रदेश का उच्चतम तापमान सामान्य से चार से आठ डिग्री सेल्सियस कम रहा.

बिहार में अगले 36 घंटे सक्रिय रहेगा मानसून

राज्य में अगले 36 घंटे और मॉनसून सक्रिय रहेगा. इस दौरान समूचे प्रदेश में खासतौर पर उत्तर- मध्य और उत्तर-पूर्व बिहार में अच्छी से भारी बारिश होने के आसार हैं. मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक इस दौरान कई स्थानों पर वज्रपात और तेज हवा चल सकती है. इधर रविवार को प्रदेश में कई स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गयी है. प्रदेश में रविवार को औसतन करीब 24 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की गयी है. प्रदेश में अब तक सामान्य से 92% अधिक बारिश हो चुकी है.

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