Bihar Weather: बिहार में बाढ़ पीड़ितों के लिए अगले तीन दिन ज्यादा कष्टकारी, जानें वज्रपात के साथ भारी बारिश का लेटेस्ट अपडेट
बिहार के कई जिलों के लोग इस दौरान बाढ़ से प्रभावित है. इस बीच बारिश होने की मुशीबतें बढ़ाने का काम करेगी. आइए जानते है कि मौसम विभाग के अनुसार बिहार के किन जिलों में बारिश होने की संभावना है.
Bihar Weather: बिहार के 12 जिले बाढ़ से प्रभावित है. बक्सर, भोजपुर, सारण, वैशाली, पटना, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय, मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर और कटिहार में लोगों के घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है. इन जिलों से बड़ी संख्या में लोग सड़क किनारे और स्कूल में समय काट रहे है. इसी बीच मौसम विभाग की चेतावनी लोगों की टेंशन बढ़ा दी है. मौसम विभाग ने बिहार के कई जिलों में वज्रपात के साथ भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया है. IMD के अनुसार पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में एक ट्रफ का क्षेत्र विलीन हो गया है और मध्य बंगाल की खाड़ी पर एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में देखा जा रहा है जो 5.8 किमी तक फैला हुआ है. जिसके कारण बिहार के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना है.
बिहार के किन जिलों में होगी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार 24 सितंबर को बिहार के दक्षिण एवं उत्तर-पूर्व भागों में मेघगर्जन और वज्रपात के साथ भारी बारिश की संभावना है. वहीं 25 सितंबर को राज्य के किशनगंज, अररिया और पूर्णिया जिले के कई स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है. 26 सितंबर को प्रदेश के किशनगंज, अररिया, सुपौल, बांका, जमुई, नवादा जिले में भारी बारिश होगी. इसके बाद 27 सितंबर से बारिश रुक जाएगी. हालांकि बिहार में बारिश होने पर धान की फसलों को फायदा मिलेगा. लेकिन प्रदेश में जो लोग बाढ़ की तबाही से परेशानी झेल रहे है, उनकी और समस्याएं बढ़ जाएगी. क्योंकि ज्यादातर लोग सड़क किनारे खुले आसमान में दिन रात बिता रहे है. अगर इसी बीच जब बारिश होगी तो उनकी हालत क्या होगी आप भी जान सकते है. इस समय बड़ी संख्या में बाढ़ी पीड़ितों के पास रहने और खाने पिने की समस्या से गुजर रहे है. अगले दो दिनों के दौरान राज्य के अधिकतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है. अगले 3 दिनों में राज्य के अधिकतम तापमान 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने का पूर्वामान है.
मौसम के संभावित प्रभाव
- भारी बारिश के दौरान नदियों के जलस्तर में तेजी से वृद्धि होगी.
- भारी बारिश के दौरान दृश्यता में कमी आएगी.
- बारिश के दौरान वज्रपात से जान-माल एवं पशु की हानि की संभावना
- शहरों के निचले स्थानों में जलजमाव
- झुग्गी झोपड़ी, टिनशेड, कच्चे मकानों को नुकसान होने की संभावना
- खेत में लगे धान-मक्का, सब्जियों की फसलों को नुकसान होने की संभावना है.
सुझाव
- अचानक आने वाली बाढ़ की संभावना वाले क्षेत्रों से दूर रहें.
- घर में रहें, खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें. यदि संभव हो तो इस दौरान यात्रा करने से बचें.
- बारिश के दौरान उन वस्तुओं से दूर रहें जो बिजली का संचालन करती हैं.
- पक्के अथवा सुरक्षित मकानों में आश्रय लें.
- अस्थायी और असुरक्षित संरचनाओं को ठीक से सुरक्षित किया जाना चाहिए अथवा खाली कर दिया जाना चाहिए.