Bihar Weather Update: अगले 24 घंटों के लिए मौसम विभाग का अलर्ट, जानिए कैसा रहेगा कल मौसम
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक बिहार में आज बुधवार को 12 जिलों के कुछ इलाकों में आंधी-तूफान के साथ बारिश के आसार हैं.
मुख्य बातें
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक बिहार में आज बुधवार को 12 जिलों के कुछ इलाकों में आंधी-तूफान के साथ बारिश के आसार हैं.
लाइव अपडेट
इन जगहों में बदलेगा मौसम का मिजाज
मौसम विभाग के अनुसार तटीय आंध्र प्रदेश और अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह में भी कुछ स्थानों पर बारिश जारी रहेगी. वहीं महाराष्ट्र, गुजरात और दक्षिणी मध्य प्रदेश में तापमान बढ़ेगा. कुछ हिस्सों में लू जैसी स्थितियाँ बन सकती हैं.
इन जगहों में हो सकती है बारिश
स्काइवेदर के अनुसार हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, बिहार के कुछ हिस्सों, झारखंड, आंतरिक तमिलनाडु, केरल, दक्षिणी-आंतरिक कर्नाटक, पश्चिमी और मध्य उत्तर प्रदेश तथा उत्तरी मध्य प्रदेश में अगले 24 घंटों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं.
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम का अनुमान
अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वोत्तर भारत, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, तटीय ओडिशा, पंजाब, हरियाणा और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने का अनुमान है।
बारिश और ओलावृष्टि से हुई फसल क्षति के लिए अनुदान
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य के सभी जिलों में मौसम के अनुकूल खेती शुरू करने का निर्देश दिया है. भागलपुर, बांका, खगड़िया, मधुबनी, गया, मुंगेर, नालंदा और नवादा में मौसम के अनुकूल खेती शुरू की गई है. मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि मार्च महीने में भारी बारिश और ओलावृष्टि से हुई फसल क्षति के लिए दिए जा रहे कृषि इनपुट अनुदान का वितरण 15 मई तक पूरा कर लें ताकि जिन किसानों ने भी आवेदन किया है, उन सभी को अनुदान मिल जाए.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सभी जिलों में मौसम के अनुकूल खेती शुरू करने का निर्देश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य के सभी जिलों में मौसम के अनुकूल खेती शुरू करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को कृषि, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण तथा सहकारिता विभाग की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की और कई निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत मौसम के अनुकूल कृषि कार्यक्रम आठ जिलों में शुरू किया गया था। अब इसे सभी जिलों में विस्तारित करें और कार्य में प्रगति लाएं।
साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण बारिश
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार बिहार में हो रही बारिश का कारण साइक्लोनिक सर्कुलेशन है.अभी कुछ दिनों तक बिहार के कई इलाकों में इसका असर देखा जाएगा.
दक्षिण-पश्चिम और दक्षिण मध्य बिहार के जिलों में शुष्क रहेगा मौसम
दक्षिण-पश्चिम बिहार के बक्सर, भोजपुर, रोहतास, कैमूर, औरंगाबाद, जहानाबाद, अरवल, दक्षिण-मध्य बिहार के नालंदा, शेखपुरा, बेगूसराय और लखीसराय में शुष्क मौसम रहने की सबसे अधिक संभावना है.
15 जिलों में मौसम रहेगा सुहावना, जिले के एक-दो स्थानों में होगी बारिश
उत्तर-पश्चिम बिहार के पश्चिम चंपारण, सिवान, सारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, उत्तर-मध्य बिहार के सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर, समस्तीपुर, दक्षिण मध्य बिहार के पटना, गया और नवादा जिले में एक या दो स्थानों पर आंधी-तूफान के साथ बौछार पड़ने की संभावना है.
12 जिलों के कुछ इलाकों में आंधी-तूफान के साथ बारिश की संभावना
उत्तर-पूर्व बिहार के सुपौल, अररिया, मधेपुरा, किशनगंज, सहरसा, पूर्णिया, दक्षिण-पूर्व बिहार के कटिहार, भागलपुर, बांका, मुंगेर, खगड़िया और जमुई जिले के कुछ इलाकों में आंधी-तूफान के साथ बारिश होने की संभावना है.
लोकल हीट और नमी के कारण हो रही बारिश
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अप्रैल-मई माह में लोकल हीट और नमी की वजह से बादलों का निर्माण हो रहा है. चूंकि पुरवइया हवा की वजह से नमी की पूर्ति सामान्य से अधिक रहती है. इस वजह से स्थानीय स्तर पर भी बादल बन रहे हैं. पटना में भी बारिश लोकल हीट और नमी की वजह से ही हुई है.
कमला और बलान नदी में उफान, कई गांवों में फैला पानी
दरभंगा जिले के नेपाल और तराई क्षेत्र में बेमौसम बारिश से कमला और बलान नदियों में उफान आ गया है. कमला और बलान नदी के तटबंध के बीच बसी इटहर पंचायत के लक्ष्मीनिया, चौकिया, बंसबरिया सहित आधा दर्जन गांव पानी से घिर गये हैं. बलान नदी का जलस्तर बढ़ता देख कर लोग जरूरत के अनुसार नाव बनाने और मवेशी चारा की व्यवस्था में जुट गये हैं. नदी का पानी खेतों में फैल गया है. इससे मक्का और मूंग की फसल बरबाद हो गयी है.
आंधी-पानी से सब्जी, मक्का और खलिहान में रखे गेहूं को नुकसान
आंधी-पानी के साथ मंगलवार को ठनका गिरने से काफी क्षति हुई है. बारिश से खलिहान में रखे गेहूं के बोझे भीग गये. साथ ही मक्का और सब्जी की फसलों को काफी नुकसान हुआ है. बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ जाने से कई इलाकों में नदियों का पानी खेतों में फैल गया. इससे मक्का और मूंग की फसल भी बरबाद हो गयी. किसान मवेशी के चारा बारिश से बचाने की व्यवस्था में जुट गये हैं.