बिहार में मानसून की विदाई इस बार देर से हुई. अब ठंड के कैलेंडर में भी कुछ फेरबदल हो सकता है, ऐसे आसार देखे जा रहे हैं. सूबे में सर्दी देर से दस्तक दे सकती है.लेकिन ठंड की विदाई भी इसबार हर साल की तरह नहीं होगी. जनवरी और फरवरी में भी कड़ाके की ठंड पड़ सकती है.
इस बार सूबे में पारा अधिक दिनों तक गिरा रह सकता है. दिसंबर के मध्य से पारा सामान्य से नीचे गिर सकता है. दरअसल, प्रशांत महासागर के ली नीना से उत्तर पूर्व एशिया के मौसम में बदलाव देखा जाएगा. इसका असर बिहार समेत कई राज्यों में देखा जाएगा. उत्तर भारत का पारा काफी अधिक गिर सकता है. यानी इस बार ठंड में ठिठुरन से रिकॉर्ड टूटने की संभावना है.
मौसम मामलों के जानकारों का कहना है कि वर्ष 2017 में भी ऐसी स्थिति बनी थी. सूबे में ऐसे प्रभावों से मौसमी बदलाव का असर पड़ा था और पारा काफी अधिक नीचे गिर गया था. कड़ाके की ठंड से पूरा बिहार ठिठुर रहा था. इस बार भी जनवरी और फरवरी में ऐसे बदलाव और ठंड की संभावना बन रही है.
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गौरतलब है कि इस साल 2021 में बिहार से मानसून अपने संभावित समय से देर विदा हुआ है. पिछले कुछ दिनों तक सूबे में जमकर बारिश हुई. वहीं लोगों को अब ठंड का इंतजार है. बता दें कि अब देर शाम और अहले सुबह हल्की ठंड दस्तक देने लगी है.
Published By: Thakur Shaktilochan