Bihar Weather: बिहार में बारिश पर ब्रेक लगा हुआ है. स्थानीय मौसमी कारकों खासकर थंडर स्टोर्म के असार से होने वाली छिटपुट बारिश को छोड़ दें तो मानसून की ट्रफ लाइन 12 जुलाई से बिहार की भोगौलिक सीमा से बाहर है. कम से कम अगले दो दिन इसकी वापसी के आसार भी नहीं हैं. इस तरह मानसून का यह ड्राइ स्पेल पूरे 16 दिन का हो चुका है. इस पूरे परिदृश्य में बिहार न केवल अवर्षा की मार झेल रहा है, बल्कि ऊमस भरी भीषण गर्मी भी झेल रहा है.
पटना का मौसम कैसा रहेगा
राजधानी पटना में रविवार को सुबह में बादल छाये रहे. वहीं दोपहर के समय में धूप होने के कारण शहरवासियों को ऊमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ा. शाम को साढ़े चार बजे के करीब राजधानी के कई हिस्सों में हल्की बारिश दर्ज की गयी. रविवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 34. 5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं न्यूनतम तापमान 29.8 डिग्री सेल्सियस रहा. शाम को हल्की बारिश हाेने की वजह राजधानीवासियों को उमस भरी गर्मी से राहत नहीं मिली. वहीं सोमवार को भी हल्की बारिश होने का अनुमान है. फिलहाल दो दिनों तक राजधानीवासियों को उमस भरी गर्मी से राहत मिलने की संभावना नहीं है. मौसम विभाग के अनुसार इस बार प्रदेश में मानसून का प्रभाव काफी कमजोर रहा. मौसम विभाग के अनुसार इस साल 33 प्रतिशत तक कम बारिश दर्ज की गयी है.
भागलपुर का मौसम कैसा रहेगा
बारिश नहीं होने से ऊमस बढ़ गयी है. बारिश का इंतजार कर रहे किसान भी परेशान हैं. रविवार को भागलपुर व आसपास के क्षेत्र का अधिकतम तापमान 37 डिग्री व न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रहा. सबौर ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के नोडल पदाधिकारी डॉ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि जिले में हल्के व मध्यम बादल छाये रहने का अनुमान है. कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है.
आइएमडी पटना के आंकड़े
अवर्षा से किसान और भीषण गर्मी से आम शहरी त्रस्त हैं. उमस भरा मौसम समय से पहले देखा जा रहा है. कृषि आधारित अर्थव्यवस्था वाले राज्य के लिए यह स्थिति किसी संकट से कम नहीं है. आइएमडी पटना के आंकड़ों के अनुसार 13 जुलाई से 28 जुलाई तक 20 मिलीमीटर बारिश हुई है. इसका विश्लेषण करें तो पिछले करीब 16 दिन में प्रतिदिन करीब एक मिलीमीटर से कुछ अधिक बारिश हुई है. हालांकि इसका वितरण भी असमान है. 12 जुलाई तक बिहार में इस मानसूनी सत्र में 296 मिलीमीटर , 16 जुलाई को 300 मिलीमीटर और अभी 28 जुलाई तक 316 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है. यह बारिश सामान्य से 33 फीसदी कम्र हुई है. फिलहाल वर्ष 2022, 2023 और इस साल 2024 में जुलाई में इस जैसे ही बड़े ड्राइ स्पैल दर्ज हुए हैं.
बिहार में बारिश की स्थिति
आइएमडी के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार किशनगंज जिले को छोड़ दें तो पूरे राज्य के शेष जिलों में बरसात अब तक सामान्य से कम दर्ज की गयी है. समस्तीपुर और वैशाली में सामान्य से 57 % कम,सारण और मधुबनी में सामान्य से 56 % कम , सहरसा में सामान्य से 55 %, दरभंगा में सामान्य से 54% मधेपुरा में सामान्य से 51%, भभुआ,पटना और रोहतास में सामान्य से 50 % कम बारिश दर्ज की गयी है. इसी तरह मुजफ्फरुपुर में सामान्य से 48 % , बेगूसराय में सामान्य से 46 और भागलपुर में समाान्य से 41 प्रतिशत कम बारिश हुई है. इस तरह बिहार में सूखे की आहट अब साफ सुनाई देने लगी है.