बिहार में अभी कुछ दिनों तक ठंड जारी रहेगी. प्रदेश में औसत तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस नीचे है. फरवरी का तापमान पिछले सात सालों में सबसे कम है.आइएमडी की रिपोर्ट के मुताबिक अगले 48 घंटे में प्रदेश के औसत तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज होने के आसार हैं. पछुआ हवा के आठ से दस किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बहने की वजह से ठंड का अनुभव अधिक हो रहा है. हालांकि अगले 24 घंटे में उत्तर मध्य और उत्तरपूर्व में हल्की बारिश हो सकती है.
पूरे प्रदेश में सामान्य से 223 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गयी है. बिहार में अब तक शीतकालीन बारिश 36.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी है. सामान्य तौर पर इस समय तक शीतकालीन बारिश केवल 11. 4 मिलीमीटर दर्ज होती है.
बिहार में शनिवार की सुबह तक अधिकतर हिस्सों में अच्छी खासी बारिश दर्ज की गयी है. प्रमुख रूप से राम नगर में 93 मिलीमीटर , गुनाहा में 87 , सोनबरसा में 59,चनपटिया में 50,शेखपुरा में 49, बगहा में 46, खगड़िया में 44 और केसरिया में 43 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी है. शेष स्थानों पर छिटपुट बारिश दर्ज की गयी है.
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गोपालगंज के भोरे प्रखंड की कल्याणपुर पंचायत में शुक्रवार की रात कुछ देर के लिए कश्मीर सा नजारा दिखने लगा. हर तरफ ओले की परत बिछी थी. यह नजारा देखने में तो काफी मनोरम था, लेकिन इससे फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है. सबसे ज्यादा नुकसान तेलहन और आलू की फसलों को हुआ है. लगभग 36 सौ एकड़ में फसल बर्बाद होने की बात बतायी जा रही है.
किसानों का कहना है कि ऐसी ओलावृष्टि उन्होंने कभी नहीं देखी. भोरे के कल्याणपुर, बनकटा जागीदारी और कटेया के रामदास बगहीं में 30 से 40 मिनट तक हुई भारी ओलावृष्टि से पूरी जमीन बर्फ की चादरों से ढक गयी. मौसम विज्ञानी डॉ एसएन पांडेय ने बताया कि 127 वर्षों का रिकॉर्ड मौसम ने बनाया है. 1898 में पांच फरवरी को इसी प्रकार ओलावृष्टि हुई थी, जिससे कई घंटों तक बर्फ जमी थी.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan