बिहार में मौसम लगातार करवट ले रहा है. प्रदेश में ताउते तूफान के असर से मौसम में पिछले कइ दिनों से बदलाव दिखा. सूबे के कई इलाकों में जमकर बारिश हुई.प्री-मानसून की दस्तक ने प्रदेश में लोगों को गर्मी से राहत दी है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पिछले आठ सालों के बाद इस साल मई महीने का रोजाना औसत तापमान सबसे कम रहा है. प्री-मानसून बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली है. वहीं इस साल समय से पहले ही मानसून पहुंचने की संभावना जताई जा रही है.
बिहार में पिछले कुछ दिनों से ताउते तूफान का असर देखने को मिला. राजधानी पटना सहित प्रदेश के कई इलाकों में जमकर बारिश हुई. वहीं अब सुपर सायक्लोन यास का प्रभाव भी बिहार के मौसम पर पड़ने जा रहा है़ 25 मई की देर शाम से पूरे प्रदेश में बारिश और आंधी के आसार हैं. साथ ही बज्रपात की आशंका भी जताई जा रही है. मई महीने में मौसम के इस तरह मिजाज से लोगों को भले ही तूफान के असर का मार झेलना पड़े लेकिन तपती गर्मी से जरुर राहत मिली है. मई महीने में हीट वेब की दोहरी मार से मौसम ने बिहार को बचाया है.
बिहार में प्री-मानसून के दस्तक के साथ ही सूबे का औसत दैनिक तापमान काफी नीचे पहुंच गया है. शनिवार तक सूबे में पिछले कुछ सालों की तुलना में रिकॉर्ड 95 मिमी बारिश हो चुकी थी. बारिश की वजह से ही इस बार मई महीने में औसत दैनिक तापमान 33.3 डिग्री सेल्सियस पर रहा. मौसम मामले के जानकारों के अनुसार, मइ महीने में आम तौर पर हीट वेब की स्थिति होने और लू चलने के कारण लोग गर्मी से त्राहिमान रहते हैं. लेकिन इस साल मौसम ने लोगों को इससे बचाए रखा. हालांकि कुछ दिनों की बारिश के बाद धूप खिली तो लोग गर्मी और उमस से परेशान हैं.
वहीं मानसून को लेकर इस बार संशय की स्थिति बनी हुई है. लेकिन मानसून की रफ्तार में प्रसार जारी है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 24 घंटे में यह बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्वी भाग में कई हिस्से सहित पूरे अंडमान सागर और अंडमान निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में दस्तक दे चुका है. देश में चक्रवात का प्रभाव जिस तरह बढ़ता जा रहा है उससे ऐसी संभावना है कि यह समय से पहले ही केरल के तट पर पहुंचेगा. बिहार में भी मानसून समय से कुछ दिनों पहले दस्तक दे सकता है. बिहार बारिश के बाद अब उमस हावी तथा Hindi News से अपडेट के लिए बने रहें।
POSTED BY: Thakur Shaktilochan