Bihar Weather : तीन दिनों तक घने कोहरे में डूबा रहेगा दिन, न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से भी रहेगा नीचे
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले तीन दिनों तक मौसम में कोई विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है. पटना शहर व जिले के अन्य क्षेत्रों में घना से बहुत घना कोहरा छाये रहने की संभावना है.
बिहार के अधिकांश क्षेत्रों में अगले तीन दिनों तक घना से बहुत घना कोहरा छाये रहने की संभावना व्यक्त की गयी है. कोहरे के कारण पटना, पूर्णिया व भागलपुर में बहुत अधिक व अन्य शहरों में दृश्यता 50 मीटर से भी कम पहुंच सकती है. ऐसे में लोगों को पूरे दिन ठंडक का एहसास होगा. सड़कों पर वाहन चलाने में परेशानी होगी.
मध्य बिहार में पड़ेगी कड़ाके की ठंड
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार दक्षिण बिहार विशेषकर दक्षिण-पश्चिम और मध्य बिहार में जनवरी में कड़ाके की ठंड पड़ेगी. जबकि, उत्तरी और पूर्वी बिहार में ठंड कुछ कम महसूस होने की संभावना व्यक्त की गयी है. आइएमडी के वरिष्ठ मौसम विज्ञानियों की तरफ से जारी इस रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण-पश्चिमी और उत्तर-पूर्वी बिहार में मौसम असामान्य रह सकता है. शेष बिहार में तापमान संबंधी गतिविधियां सामान्य के करीब ही रहने का पूर्वानुमान है.
10 डिग्री से कम रहेगा न्यूनतम तापमान
राजधानी सहित पूरे प्रदेश का मौसम सर्द बना हुआ है. मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले तीन दिनों तक मौसम में कोई विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है. पटना शहर व जिले के अन्य क्षेत्रों में घना से बहुत घना कोहरा छाये रहने की संभावना है. अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के कम रहने की संभावना व्यक्त की गयी है.
24 घंटे ठंड का हो रहा एहसास
मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी मौसम बुलेटिन के अनुसार रविवार को पटना में पूरे दिन घना कोहरा छाया रहा. शहर सहित जिले के अन्य क्षेत्रों में दृश्यता यानी विजिबिलिटी 50 मीटर तक पहुंच गयी थी. इसके कारण सड़क पर वाहनों की आवाजाही में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. पूरे दिन धूप नहीं निकलने से लोगों को 24 घंटे ठंड का एहसास हुआ. शहर का न्यूनतम तापमान 9.3 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम 19.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.
कम होगी शीतकालीन बारिश
रिपोर्ट बताती है कि जनवरी, फरवरी और मार्च में पूरे बिहार में शीतकालीन बारिश सामान्य से कम ही रहने का पूर्वानुमान है. इस तरह रबी की फसल की सिंचाई के लिए किसानों को सिंचाई के कृत्रिम साधनों पर निर्भर रहना पड़ सकता है. इससे किसानों की सिंचाई पर लागत बढ़ेगी. जानकारों के मुताबिक यह जानकारी किसानों के लिए पूरी तरह चेतावनी भरी है. उसे पानी प्रबंधन पर पूरी तरह फोकस करना होगा.
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बिहार में कम बारिश के आसार
उल्लेखनीय है कि पूरे देश में जनवरी से मार्च तक औसतन 69 मिलीमीटर बारिश होती रही है. इस बार इसकी तुलना में बिहार में कम बारिश के आसार हैं. आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक भू मध्य रेखीय प्रशांत क्षेत्र में ला नीना की स्थित बनी हुई है. उसकी यह स्थिति मार्च तक बनी रहेगी. इसके बाद यह कमजोर पड़ेगा.