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Kal Ka Mausam: बिहार में तापमान हुआ धड़ाम, पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने ये बढ़ गयी ठंड

Bihar Weather: आज रात प्रदूषण का स्तर और खराब हो सकता है. AQI का लेवल और बढ़ सकता है. कल कुहासे के कारण धीरे-धीरे धूप खिलेगी और हल्की हवा चलेगी, फिर धीरे-धीरे बदल छाने लगेंगे, शाम होते ही हल्की-हल्की ठंडी का एहसास भी लोगों को होने लगेगा.

By Ashish Jha | October 31, 2024 2:43 PM
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Bihar Weather: पटना. बिहार में मौसम का पारा अचानक धड़ाम से गिर गया है. पारा गिरने के बाद लोगों को ठंड का एहसास होने लगा है. मौसम विभाग ने बताया है कि शुक्रवार को राजधानी पटना समेत बिहार का मौसम शुष्क बना रहेगा. सुबह के समय हल्के धुंध का प्रभाव रहेगा. पछुआ के प्रवाह से मौसम शुष्क रहेगा. मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार पूरी तरह से सर्दी आने में अभी थोड़ा वक्त लगेगा. पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के बाद ठंड में वृद्धि हुई है. पछुआ के कारण न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है. हालांकि अभी दिन में धूप निकलने के कारण मौसम सामान्य बना रहेगा.

बढ़ेगा कोहरे का प्रकोप

शुक्रवार की सुबह कोहरे का प्रकोप भी बढ़ेगा. तमाम शहरों का AQI लेवल आज ही स्वास्थ के लिए काफी हानिकारक स्तर पर जा चुका है, कल इसका स्तर और ऊंचा होगा. वैसे तो इस बार पटाखों पर बैन है, इसके बावजूद लोग पटाखा फोड़ रहे हैं. इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि आज रात प्रदूषण का स्तर और खराब हो सकता है. AQI का लेवल और बढ़ सकता है. कल कुहासे के कारण धीरे-धीरे धूप खिलेगी और हल्की हवा चलेगी, फिर धीरे-धीरे बदल छाने लगेंगे, शाम होते ही हल्की-हल्की ठंडी का एहसास भी लोगों को होने लगेगा. अब सुबह के समय कोहरा भी छाने लगा है. सुबह 3 बजे से 5 बजे तक लोगो को ठंड का अधिक अहसास होता है.

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मौसम में बदलाव, रखें स्वास्थ्य का ध्यान

मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच मेडिसिन विभाग के वरीय चिकित्सक डा. एके दास ने कहा कि मौसम बदलने से अचानक ठंड ने लोगों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है. ऐसे में सतर्क रहना जरूरी है. सुबह-शाम गर्म कपडे़ पहनने की शुरुआत कर देनी चाहिए, ताकि बीमारियों से बचा जा सके. इन दिनों वायरल, टायफाइड, खांसी, जुकाम, एलर्जी, पेट में दर्द, दस्त आदि बीमारी की संभावना बढ़ जाती है. ठंड के बढ़ने के साथ ही वायु में नमी आने लगती है. हल्की नम वायु के साथ धुएं व धूल के कण भी सांस नली में चले जाते हैं, जो सांस नली में जम जाते हैं तथा फेफड़ों को प्रभावित करते हैं.

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