बिहार में अधिक वर्षा का मिला फायदा, जुलाई के अंत तक 91 फीसदी धान और 85 फीसदी हुई मक्का की बुआई : कृषि मंत्री

Bihar Weather Update पटना : बिहार में कई वर्ष बाद जुलाई के अंत तक 91 फीसदी धान की रोपनी हुई है. जुलाई माह में अब तक पूरे राज्य में 41 फीसदी अधिक व समय पर बारिश के कारण किसानों से समय पर धान रोपनी का काम पूरा कर दिया है. शुक्रवार को कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने बताया कि राज्यों में कुछ जिलों में बाढ़ के कारण धान के रोपनी सुस्त जरूर पड़ी है, लेकिन शेष जिलों में धान के रोपनी का कार्य काफी तेजी से चल रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 1, 2020 7:44 PM

Bihar Weather Update पटना : बिहार में कई वर्ष बाद जुलाई के अंत तक 91 फीसदी धान की रोपनी हुई है. जुलाई माह में अब तक पूरे राज्य में 41 फीसदी अधिक व समय पर बारिश के कारण किसानों से समय पर धान रोपनी का काम पूरा कर दिया है. शुक्रवार को कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने बताया कि राज्यों में कुछ जिलों में बाढ़ के कारण धान के रोपनी सुस्त जरूर पड़ी है, लेकिन शेष जिलों में धान के रोपनी का कार्य काफी तेजी से चल रहा है.

इस खरीफ मौसम में राज्य में 33 लाख हेक्टेयर निर्धारित किया गया है. इस लक्ष्य के विरुद्ध अभी तक 30 लाख दो सौ 20 हेक्टेयर में धान की रोपनी हो चुकी है. जो लगभग 91 प्रतिशत है. उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष 31 जुलाई तक मात्र 18 लाख 30 हजार एक सौ 64 हेक्टेयर क्षेत्र में धान का आच्छादन हो पाया था. इसी प्रकार इस वर्ष खरीफ मौसम में मक्का का आच्छादन लक्ष्य चार लाख 50 हजार हेक्टेयर क्षेत्र निर्धारित है, जिसके विरुद्ध अभी तक तीन लाख 82 हजार चार सौ 61 हेक्टेयर में मक्का का आच्छादन हुआ है, जो 85 प्रतिशत है.

पिछले वर्ष 31 जुलाई तक तीन लाख 57 हजार दो सौ 55 हेक्टेयर क्षेत्र में मक्का का आच्छादन हो पाया था, जिसकी तुलना में इस साल अपेक्षाकृत अधिक आच्छादन हुआ है. गौरतलब है कि इस खरीफ मौसम में धान बिचड़ा का आच्छादन लक्ष्य तीन लाख 30 हजार हेक्टेयर निर्धारित किया गया है. इस लक्ष्य के विरुद्ध अभी तक तीन लाख 26 हजार आठ सौ 10 हेक्टेयर में धान बिचड़ा का आच्छादन हुआ है, जो 99.03 प्रतिशत है.

अधिक वर्ष का मिला फायदा

खरीफ में भले ही एक तरफ बाढ़ के कारण कई जिलों में फसल नुकसान की संभावना है, लेकिन कई जिलों में समय पर अच्छी बारिश ने किसानों को फायदा पहुंचाया है. कृषि विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष राज्य में एक जून से 31 जुलाई तक सामान्य वर्षा 516.7 एमएम के बदले वास्तविक वर्षा 749.4 एमएम हुई है, जो सामान्य से 45 प्रतिशत अधिक है. प्राप्त सूचना के अनुसार राज्य के मात्र तीन जिले शेखपुरा, जमुई तथा सहरसा को छोड़कर राज्य के शेष 35 जिलों में सामान्य से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गयी है.

मंत्री ने कहा कि बिहार सहित पूरा विश्व कोरोना वैश्विक महामारी से आक्रांत है, ऐसी परिस्थिति में राज्य में समय पर वर्षा होने से बिहार में वापस लौटे प्रवासियों के लिए कृषि के क्षेत्र में जहां रोजगार के अधिक-से-अधिक अवसर मिल रहा है. कृषि मंत्री ने कहा कि बिहार में कहीं भी खाद एवं किटनाशी की कोई कमी नहीं है.

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