Bihar Flood : सीएम नीतीश सख्त, बोले- अलर्ट मोड पर रहें इंजीनियर

Bihar News Update Flood in Bihar Weather Update पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को जल संसाधन विभाग के सचिव को निर्देश देते हुए कहा है कि जिन तटबंधों पर बाढ़ के पानी का दवाब है, वहां इंजीनियार अलर्ट मोड पर रहें. तटबंधों के निकट मेटेरियल्स की पर्याप्त उपलब्धता रहे, ताकि किसी भी प्रतिकूल परिस्थिति में आपातकालीन मरम्मत की जा सके. उन्होंने निर्देश दिया कि दवाब वाले तटबंधों पर 24 घंटे पेट्रोलिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाये, ताकि बांधों की नियमित निगरानी हो सके.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 27, 2020 10:02 PM

Bihar News Update Flood in Bihar Weather Update पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को जल संसाधन विभाग के सचिव को निर्देश देते हुए कहा है कि जिन तटबंधों पर बाढ़ के पानी का दवाब है, वहां इंजीनियार अलर्ट मोड पर रहें. तटबंधों के निकट मेटेरियल्स की पर्याप्त उपलब्धता रहे, ताकि किसी भी प्रतिकूल परिस्थिति में आपातकालीन मरम्मत की जा सके. उन्होंने निर्देश दिया कि दवाब वाले तटबंधों पर 24 घंटे पेट्रोलिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाये, ताकि बांधों की नियमित निगरानी हो सके.

मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव को निर्देश देते हुए कहा है कि बाढ़ प्रभावित जिलों में पानी से घिरे इलाके से बाहर लाये जा रहे लोगों को अच्छे राहत कैंपों में बेहतर व्यवस्था के साथ रखा जाये. उन्होंने कहा कि उनके लिये पर्याप्त संख्या में कम्यूनिटी किचेन की व्यवस्था हो. साथ ही राहत केंद्रों में एसओपी के अनुसार समुचित व्यवस्था उपलब्ध हो. उन्होंने आवश्यकतानुसार कम्यूनिटी किचेन और राहत केंद्रों की संख्या बढ़ाने को कहा. इन केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पूर्ण पालन होने का निर्देश दिया.

मुख्यमंत्री ने राहत केंद्र में रहने वाले लोगों को नि:शुल्क मास्क उपलब्ध करायी जाये. राहत केंद्रों में रहने वाले लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो, यह सुनिश्चित किया जाये. साथ ही कम्यूनिटी किचेन में भोजन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाये. आवश्यकतानुसार नावों की समुचित व्यवस्था हो. साथ ही पशुओं के लिये भी रहने एवं उनके चारे की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करें.

सीएम नीतीश ने कहा कि एसओपी के अनुसार बाढ़ प्रभावित इलाकों में ग्रेच्युट्स रिलीफ वितरण का कार्य डीबीटी के माध्यम से तीव्र गति से कराना सुनिश्चित किया जाये. जिससे सभी बाढ़ प्रभावित लोगों को इसका लाभ मिल सके, इसके लिये धनराशि की कोई कमी नहीं होने दी जायेगी.

बाढ़ की वजह से प्रदेश की 28 सड़कों पर आवागमन बाधित

बिहार में नदियों के बढ़ते जल स्तर की वजह से 28 मुख्य सड़कों का आवागमन बाधित हुआ है. पांच ऐसी सड़कें या ब्रिज एप्रोच मार्ग ऐसे हैं, जो पानी के दबाव की वजह से या तो टूटे हैं या उनमें दरार पैदा हो गयी है. पथ निर्माण विभाग की तरफ से जारी जानकारी के मुताबिक प्रदेश में बारह ऐसे मार्ग हैं, जिन पर आवागमन ब्रिज डायवर्सन की वजह से बाधित हुआ है. 65 ऐसे सड़क मार्ग हैं, जिनके ऊपर से पानी बह रहा है, लेकिन अभी यातायात चालू है.

पथ निर्माण विभाग से जारी आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, ऐसी सड़कें या पुल जो पानी के भारी दबाव से कट गये हैं, उनमें सीतामढ़ी स्थित एनएच 77 पर सोनबरसा के निकट पुराना तटबंध, मुजफ्फरपुर जिले में बारी पर रूनीसैदपुर-कतरा-कीओत्सा रोड, ईस्ट चंपारण जिले में सिरनी गांव के पास ढाका-फुलवरिया रोड, चैनेर ब्रिज से 2.34 किलोमीटर दूर सतार घाट ब्रिज और एप्रोच रोड, मुजफ्फरपुर के एसएच 74 और एसएच 90 सारण को जोड़ने वाले मार्ग शामिल हैं.

जल बहाव की वजह से आयी बाधा की वजह से जिन जिलों का आवागमन बाधित हुआ है, उनमें सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, पश्चिमी और पूर्वी चंपारण, दरभंगा, गोपालगंज के कई मार्ग शामिल हैं. सबसे ज्यादा दरभंगा और गोपालगंज जिले की सड़कें बाधित हुई हैं. इसके अलावा प्रदेश के पांच मुख्य मार्ग या ब्रिज एप्रोच मार्ग में दरार आयी है. इसकी वजह से सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण के मोतिहारी डिवीजन, सारण जिलों का आवागमन प्रभावित हुआ है. प्रदेश की 28 मुख्य सड़कें जिनका यातायात बाधित हुआ है, वे मुख्यतौर पर शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, किशनगंज, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण आदि जिले से संबंधित हैं.

Upload By Samir Kumar

Next Article

Exit mobile version