मिथिलेश,पटनालोकसभा चुनाव का यह जनादेश अरसे बाद बिहार के लिए शुभ संकेत लेकर आया है. केंद्र में बनने वाली नयी सरकार में बिहार के हिस्से में कई बड़ी जिम्मेवारी मिलने के आसार हैं. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने एनडीए की बैठक में हिस्सा लिया है. बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि हम एनडीए के साथ हैं. नयी सरकार बनने में देर नहीं होनी चाहिए. इतिहास गवाह है कि जब-जब केंद्र की सरकार में जदयू शामिल हुआ, बिहार की झोली में बड़े प्रोजेक्ट आये. जनता ने इस बार के चुनाव में ऐसा जनादेश दिया जिसकी चाबी से कई पुराने ताले के भी खुलने की संभावना है. मसलन बिहार को विशेष राज्य का दर्जा हो या विशेष पैकेज की बात, केंद्र सरकार के लिए निर्णय लेने की घड़ी आ गयी है. इसके पहले अटल बिहारी वाजपेयी की अगुआई वाली गठबंधन की एनडीए सरकार के कार्यकाल में जिसमें नीतीश कुमार भी कैबिनेट मंत्री की हैसियत से शामिल थे, एनटीपीसी की बाढ़ यूनिट, हरनौत रेल कारखाना, मधेपुरा रेल फैक्ट्री, राजगीर आयुध कारखाना,कोसी रेल पुल,राजेंद्र नगर रेलवे स्टेशन जैसी कई बड़ी योजनाओं की सौगात बिहार को मिल चुकी है. रेल मंत्री के रूप में रामविलास पासवान और लालू प्रसाद ने भी बिहार में कई योजनाओं को लाया था. एक बार फिर भाजपा के साथ उसकी सहयोगी पार्टियों को सरकार में हिस्सेदारी मिलनी तय मानी जा रही है. जदयू के 12 सांसद जीत कर लोकसभा पहुंचे हैं. सूत्रों की मानें तो जदयू से कम से कम चार मंत्री केंद्र में हो सकते हैं. इसकी संख्या बढ़ भी सकती है.जदयू के अलावा लोजपा से दो और हम से एक मंत्री पद बिहार को मिल सकता है. यह भाजपा कोटे के मंत्रियों से अलग होगा. केंद्र की नयी सरकार से बिहार की लंबित कई योजनाओं में तेजी आने की गुंजाइश होगी. गंगा समेत नदियों में गाद हटाने की योजना हो या उत्तर बिहार को बाढ़ से बचाने के लिए नेपाल में डैम के निर्माण का मसला हो या फिर 16 वें वित्त आयोग की सिफारिश का मामला हो, बिहार के हितों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकेगा.
कई चुनावों के खुलेंगे रास्ते
लोकसभा चुनाव के इस परिणाम से कई दूसरे चुनावों के भी रास्ते खुल गये हैं. इस बार के चुनाव में राज्यसभा के दो सांसद विवेक ठाकुर नवादा से और मीसा भारती पाटलिपुत्र सीट से जीत कर लोकसभा पहुंची हैं. जाहिर है कि इन दोनों की राज्यसभा की सीटें खाली होंगी और नये लोगों को इसमें जाने का मौका मिल सकेगा. इसी तरह चार विधायक भी लोकसभा चुनाव जीतने में सफल रहे,उनकी छोड़ी गयी सीटों पर भी उपचुनाव कराया जायेगा. विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने भी सीतामढ़ी की सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं. उनकी विधान परिषद की छोड़ी गयी सीट और विधान परिषद के नये सभापति का चुनाव होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है