संवाददाता,पटना
सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी ने बताया कि दिल्ली में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह में कर्तव्य पथ पर बिहार की झांकी दिखेगी. बिहार की चयनित झांकी स्वर्णिम भारत, विरासत एवं विकास थीम पर आधारित है. मंत्री मंगलवार को सूचना भवन के संवाद कक्ष में पत्रकारों से झांकी की जानकारी दे रहे थे. सूचना जनसंपर्क मंत्री श्री हजारी ने बताया कि बिहार की झांकी में राज्य की समृद्ध ज्ञान एवं शांति की परंपरा को प्रदर्शित किया गया है. झांकी में शांति का संदेश देते भगवान बुद्ध को प्रदर्शित किया गया है. भगवान बुद्ध की यह अलौकिक मूर्ति राजगीर स्थित घोड़ा कटोरा जलाशय में अवस्थित है. उन्होंने बताया कि झांकी में प्राचीन नालंदा महाविहार (विश्वविद्यालय) के भग्नावशेषों को भी दर्शाया गया है. यह इस बात का साक्षी है कि चीन, जापान एवं मध्य एशिया के सुदूरवर्ती देशों से छात्र यहां ज्ञान की प्राप्ति के लिए आते थे. बिहार सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों से नालंदा का प्राचीन गौरव पुर्नस्थापित हो रहा है. यह स्थल यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल है. राज्य सरकार बिहार की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक एवं प्राकृतिक विरासत को संरक्षित करने की दिशा में निरंतर काम कर रही है. बिहार सरकार द्वारा झांकी के माध्यम से ज्ञान भूमि नालंदा की प्राचीन विरासत एवं उसके संरक्षण के लिए किये जा रहे प्रयासों को दर्शाने की कोशिश की गयी है. साथ ही नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना के माध्यम से बिहार को पुनः शिक्षा के मानचित्र पर वैश्विक रूप में स्थापित करने के प्रयास को दर्शाया गया है. इसके अतिरिक्त भगवान बुद्ध की अलौकिक एवं भव्य मूर्ति के साथ घोड़ा कटोरा झील को इको टूरिज्म स्थल के रूप में विकसित करने के बिहार सरकार के अनूठे प्रयास को भी दर्शाया गया है.
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