पटना एयरपोर्ट पर्यावरण प्रबंधन समिति की बीते जुलाई में हुई बैठक में पटना एयरपोर्ट के आसपास मंडराने वाले पक्षियों की संख्या को कम करने के लिए फुलवारीशरीफ में एयरपोर्ट की चहारदीवारी के पास ही चलने वाली मांस-मछली की दुकानों और बूचड़खानाें को हटाने का प्रमंडलीय आयुक्त ने निर्देश दिया था. लेकिन, अब तक इस मामले में कुछ भी नहीं हुआ और अब भी वहां मांस-मछली की दुकानें उसी तरह चल रही हैं.
ऐसा नहीं है कि केवल छह माह पहले हुई बैठक में ऐसा कहा गया है, बल्कि बीते चार-पांच सालों में हुई एयरपोर्ट सलाहकार समिति की हर बैठक में एयरपोर्ट परिसर के आसपास के क्षेत्राें से मांस-मछली की दुकानों को हटाने का निर्देश दिया जाता रहा है, लेकिन अब तक मामले में कोई खास कार्रवाई नहीं हुई और दुकानें अब भी चल रही हैं.
फुलवारीशरीफ ही नहीं, बल्कि राजवंशीनगर, राजा बाजार, चितकोहरा और अनिसाबाद में भी सड़क किनारे चलने वाली मांस-मछली की दुकानें इस क्षेत्र में पक्षियों के आकर्षण का एक प्रमुख कारण हैं. यहां कटने के बाद बचे मांस-मछली के अवशेषों को खुले में फेंकने के कारण उनके टुकड़े उठाने के लिए हमेशा पक्षी मंडराते रहते हैं. उन्हीं पक्षियों के विमानों के उतरने के रास्ते में आने से बर्ड हिट की आशंका बनी रहती है. बीते दिनों स्पाइसजेट की फ्लाइट भी इसी तरह पटना एयरपोर्ट पर लैंड होने के समय बर्ड हिट की शिकार हुई थी.
खुले में कचरा फेंकने से भी पक्षी उसे खाने के लिए आकर्षित होते हैं. इसे देखते हुए पटना एयरपोर्ट के आसपास खुले में कचरा फेंकने पर रोक है और ढक्कन वाले डस्टबिन के ही उपयोग का निर्देश है. लेकिन, उसका भी ठीक से पालन नहीं किया जा रहा है.
Also Read: बाप रे! पटना एयरपोर्ट पर विमान से टकराया पक्षी, खतरे में पड़ी 183 यात्रियों की जान, जानें कैसे बची
बेंगलुरु से आने वाली फ्लाइट जी8274 के बर्ड हिट ग्रस्त होने से दिल्ली जाने वाली गो एयर की फ्लाइट जी8144 रद्द हो गयी, क्योंकि बेंगलुरु वाली फ्लाइट ही जी8144 बनकर जाती थी. दोपहर दो बजे इस फ्लाइट को रद्द करने की घोषणा की गयी और यात्रियों को सिक्युरिटी होल्ड एरिया से चेक इन एरिया में वापस लाया गया. उसके बाद इससे जाने वाले कुछ यात्रियों ने अपने टिकट कैंसिल करा दिये और ऐसे यात्रियों की एयरलाइंस के बाहरी काउंटर पर भीड़ दिखी.