BJP: असम की हिमंता बिस्वा सरमा सरकार ने पूरे राज्य में गौमांस पर बैन लगा दिया है. बीजेपी द्वारा शासित कई राज्यों के नेता एक ओर जहां इस फैसले का स्वागत कर रहे है तो दूसरी ओर एनडीए में शामिल जदयू ने इस फैसले को राजधर्म के खिलाफ बताया है. जदयू ने असम सरकार से फैसले को वापस लेने की मांग की है.
क्या बोले जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन
जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने असम सरकार के इस फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा, ‘लोगों को विकल्प देना चाहिए. सरकार को इससे कोई लेना-देना नहीं होना चाहिए कि लोग क्या खाएंगे और क्या पहनेंगे. यह फैसला राजधर्म के खिलाफ है और समझ से परे है.’ पिछले 11 महीने में यह पहला मौका है जब जेडीयू ने किसी भाजपा शासित राज्य के फैसले का खुलकर विरोध किया है. मोदी सरकार के कई फैसले पर अब तक जदयू का रुख तटस्थ रहा है, लेकिन असम सरकार के बीफ बैन के फैसले पर जेडीयू खुलकर विरोध में आ गई है.
केसी त्यागी बोले- इससे समाज में तनाव फैलेगा
जेडीयू के वरिष्ठ नेता और पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने बीफ बैन के मुद्दे पर कहा, ‘भारत का संविधान सभी को खाने-पीने की आजादी देता है. हम होटलों या सार्वजनिक स्थानों पर गोमांस पर प्रतिबंध का समर्थन नहीं करते हैं. इससे समाज में तनाव फैलेगा, जो पहले से ही काफी ज्यादा है. दरअसल, पिछले दो दिनों से जेडीयू ने विभिन्न मुद्दों पर बीजेपी को घेरने की कोशिश की है.’
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