बिहार विधानमंडल के दो दिवसीय सत्र से पहले मंगलवार को हुई भाजपा विधानमंडल दल की बैठक में सदन की कार्यवाही के दौरान मुद्दों पर आक्रामक रहने का फैसला लिया गया. हालांकि सभी विधायक इस दौरान मर्यादा का पूरी तरह पालन करेंगे. बैठक में बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों में विपक्ष के नेता पद पर नयी नियुक्ति को लेकर फैसला नहीं हो सका. इस एजेंडे को अगले बड़े सत्र तक के लिए टाल दिया गया है.
मंगलवार को भाजपा विधानमंडल दल की बैठक प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल की अध्यक्षता में भाजपा प्रदेश कार्यालय में हुई. इसमें भाजपा के सभी विधायक व विधान पार्षद शामिल हुए. बैठक को प्रदेश संगठन महामंत्री भीखू भाई दलसानिया, बिहार के सह प्रभारी हरीश द्विवेदी, पूर्व उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी और विधान परिषद में भाजपा के नेता डॉ नवल किशोर यादव ने संबोधित करते हुए सदस्यों को पार्टी की रणनीति के मुताबिक आक्रामक रहने का निर्देश दिया.
भाजपा सूत्रों के मुताबिक वर्तमान विधानसभा सत्र मात्र एक दिन का है. इसको देखते हुए फिलहाल पूर्व उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ही विधानसभा जबकि डॉ नवल किशोर यादव विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका अदा करेंगे. रणनीति के मुताबिक अगले सत्र से पहले इन दोनों पर नये सदस्यों का चुनाव कर लिया जायेगा.
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विधानमंडल दल की बैठक से पहले दोपहर में बिहार सरकार में भाजपा के पूर्व मंत्रियों के साथ प्रदेश अध्यक्ष ने बैठक की. इस बैठक में सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेरने को लेकर रणनीति बनायी गयी. सभी पूर्व मंत्रियों को अपने-अपने विभाग से संबंधित मुद्दों पर ध्यान रखते हुए सरकार की गलतियों पर घेरने का टास्क सौंपा गया. कहा गया कि सभी सदस्य सड़क से लेकर सदन तक साक्ष्य के साथ मजबूती से अपनी बात रखें.