बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 67वीं प्रारंभिक परीक्षा पेपर लीक मामले में अब भाजपा के लोकसभा सांसद वरुण गांधी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है. उन्होंने 8 मई को आयोजित बीपीएससी प्री परीक्षा का पेपर लीक करने वाले मुख्य साजिशकर्ता की गिरफ़्तारी की मांग की है इसके साथ ही उन्होंने सीएम नीतीश से बीपीएससी अध्यक्ष को तुरंत बर्खास्त करके इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है.
वरुण गांधी ने कमेटी गठित कर मामले की दोबारा से जांच कराने की मांग की हैं. इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि अभ्यर्थियों की पीड़ा को ध्यान में रखते हुए पारदर्शी तरीके से परीक्षा का दोबारा से आयोजन किया जाए. वरुण गांधी ने सख्त भरे लहजे में लिखा है कि BPSC जैसी प्रतिष्ठित संस्था की गिरती साख को संभालें. लाखों युवाओं के साथ बिहार का भविष्य आपके हाथों में है.
आदरणीय @NitishKumar जी,
बीपीएससी में हुई धांधली से 6 लाख अभ्यर्थियों का भविष्य अधर में है।
निष्पक्ष जांच,मुख्य साजिशकर्ता की गिरफ्तारी,परीक्षा की तारीख पर संशय एवं BPSC चेयरमैन की बर्खास्तगी जैसे कई मुद्दे हैं, जिनपर तत्काल कार्रवाई न्याय के साथ विकास की अवधारणा को मजबूती देगी। pic.twitter.com/YVzihfbKWw
— Varun Gandhi (@varungandhi80) June 7, 2022
वरुण गांधी ने ट्वीट कर लिखा की बीपीएससी का पेपर लीक होने से 6 लाख अभ्यर्थियों का भविष्य अधर में है. उनका मनोबल टूट गया है. बिहार सरकार ने तो जल्दबाजी में कमिटी गठित पेपर लीक की जांच करवा दी. इस मामले में कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी हुई मगर अगर अभी तक असली माफियाओं को बेनकाब नहीं किया जा सका है. इस केस के मास्टरमाइंड अब भी प्रशासन की गिरफ्त से दूर है. उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए.
सांसद वरुण गांधी ने अपने पत्र में कहा कि पेपर लीक होना बिहार लोक सेवा आयोग की सबसे बड़ी नाकामी है. उन्होंने कहा की परीक्षा देने के लिए सैकड़ों किलोमीटर की यात्रा कर युवा परीक्षा देने केंद्र तक आए थे. उन्होंने सड़कों पर रातें गुजारी, इस उम्मीद के साथ ताकि परीक्षा का आयोजन जल्द हो जाए. उन्होंने कहा है कि भ्रष्ट तंत्र व आयोग के अंदर स्वार्थी भ्रष्टाचारी तत्वों की मिलीभगत से 6 लाख अभ्यर्थियों का परिश्रम व मूल्यवान समय बर्बाद हो गया है.