बोचहा पर भाजपा-वीआइपी में टकराव, BJP ने बेबी कुमारी को चुनाव के लिए दी हरी झंडी, VIP भी उतारेगी प्रत्याशी

होली बाद किसी भी दिन पार्टी चुनाव कमेटी की बैठक होगी और बेबी कुमारी के नाम पर मुहर लग जायेगी. चुनाव आयोग ने गुरुवार को बोचहा सुरक्षित विधानसभा सीट पर उप चुनाव कराने के लए अधिसूचना जारी कर दिया है. इसके साथ ही नामांकन का कार्य भी आरंभ हो गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | March 18, 2022 7:09 AM

पटना. यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ उतरना वीआइपी को भारी पड़ रहा है. बोचहा सुरक्षित विधानसभा उपचुनाव को लेकर भाजपा किसी तरह के समझौते के मूड में नहीं है. पार्टी ने प्रदेश महामंत्री व पूर्व विधायक बेबी कुमारी को चुनाव तैयारी करने को हरी झंडी दे दी है. बेबी कुमार ने इलाके में जनसंपर्क शुरू कर दिया है. मानजा रहा है कि 23 मार्च को बेबी कुमारी भाजपा उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल करेंगी. सूत्र बताते हैं कि भाजपा की जिला इकाइ ने वीआइपी की जगह खुद चुनाव लड़ने की सिफारिश प्रदेश नेताओं से की है. इसी आधार पर भाजपा ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है.

होली बाद किसी भी दिन पार्टी चुनाव कमेटी की बैठक होगी और बेबी कुमारी के नाम पर मुहर लग जायेगी. चुनाव आयोग ने गुरुवार को बोचहा सुरक्षित विधानसभा सीट पर उप चुनाव कराने के लए अधिसूचना जारी कर दिया है. इसके साथ ही नामांकन का कार्य भी आरंभ हो गया है. इधर, वीआइपी इस सीट को लेकर किसी भी हाल में भाजपा की बात मानने को तैयार नहीं है. वीआइपी ने साफ किया है कि बोचहा की सीट पर उसके ही उम्मीदवार होंगे और चुनाव में जीत भी होगी.

वीआइपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने गुरुवार को कहा कि मुजफ्फरपुर की बोचहा सीट पर पार्टी लडेगी और जीतेगी. उन्होंने कहा कि वीआइपी बोचहा सीट जीत कर पूर्व विधायक मुसाफिर पासवान के सपने को भी पूरा करेगी. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की भी राय है कि बोचहा सीट वीआइपी कोटे की थी और उसे ही मिलनी चाहिए. मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा भी एनडीए के प्रमुख घटक दलों में एक है. पार्टी जल्द ही बोचहा सीट के लिए पार्टी की ओर से आधिकारिक तौर पर प्रत्याशी की घोषणा करेगी.

यूपी चुनाव में वीआइपी के उतरने से भाजपा है नाराज

भाजपा की नाराजगी वीआइपी के यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ उम्मीदवार उतारे जाने को लेकर है. पार्टी ने पूर्व में ही इसके लिए वीआइपी प्रमुख मुकेश सहनी को नसीहत दी थी. लेकिन, वीआइपी इसके लिए तैयार नहीं हुई.

2020 में VIP के मुसाफिर की हुई थी जीत, निधन से खाली हुई सीट

2020 के विधानसभा चुनाव में बोचहा की सीट एनडीए के भीतर वीआइपी को दी गयी थी. वीआइपी की टिकट पर मुसाफिर पासवान चुनाव लड़े और जीते. इस बीच उनके असामयिक निधन से यह सीट खाली हो गयी.

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