पटना़भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा ने इंडी गठबंधन पर हमला बोला. कहा इस गठबंधन का असली चेहरा राजनीतिक तुष्टिकरण का है. यह कांग्रेस के घोषणा पत्र से जाहिर होता है.कांग्रेस ने 2024 के चुनाव के लिए जारी घोषणा पत्र में कहा कि अल्पसंख्यक का सशक्तीकरण आवश्यक है. इसके लिए शिक्षा, सरकारी नौकरी और पीएसयू में इन्हें उचित अवसर प्रदान करेंगे, लेकिन भाजपा इंडी गठबंधन को कभी भी सीमांचल में ममता मॉडल को लागू नहीं करने देगी. सीमांचल बिहार का अंग है.घुसपैठियों को बुलाकर वोटर बनाने की राजनीति को भाजपा समाप्त करेगी.ऋतुराज सिन्हा बुधवार को भाजपा मीडिया सेंटर में आज एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस यह बातें अचानक नहीं बोल रही है. उसके एजेंडे में तुष्टिकरण हमेशा रहा है. 2006 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि देश की संपत्ति और संसाधन पर पहला अधिकार अल्पसंख्यक यानी मुसलमानों का है, जबकि उसी दौर में सच्चर कमेटी की रिपोर्ट में कहा गया था कि दलितों से भी खराब हालत अल्पसंख्यकों की है.श्री सिन्हा ने राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से सवाल किया कि, क्या वे भी कांग्रेस की तरह ओबीसी आरक्षण कोटे से काटकर अल्पसंख्यकों को आरक्षण देने के पक्ष में हैं. उन्होंने आगे यह भी कहा कि क्या तेजस्वी यादव एनआरसी का भी विरोध करते हैं.सवालिया लहजे में ऋतुराज ने कहा कि तेजस्वी सर्व नागरिक को समान अधिकार का क्या समर्थन करते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि सीमांचल में जो आज हिंदू अल्पसंख्यक हो गए हैं उनकी संपत्ति का सर्वे कराकर क्या तेजस्वी भी मुसलमानों के बीच वितरित करवाने के कांग्रेस के एजेंडे के साथ हैं. राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा ने कांग्रेस और राजद को घेरते हुए पूछा कि क्या ओबीसी कोटे से काटकर यह आरक्षण दिया जायेगा?. उन्होंने कहा कि संपत्ति का सर्वे कराकर जनसंख्या के आधार पर बांटने की बात होगी.कांग्रेस क्या बाबा साहब के संविधान के साथ छेड़छाड करेगी. उन्होंने साफ लहजे मे यह भी कहा कि कांग्रेस 1963 और 1974 में कम्पलसरी डिपॉजिट एक्ट ला चुकी है.
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