पटना सहित पूरे बिहार में इनदिनों ब्लैक फंगस की चाल मंद पड़ गयी है. मरीजों की संख्या में तेजी से कमी आ रही है. वर्तमान में शहर के पीएमसीएच अस्पताल में एक भी मरीज कोरोना व फंगस के नहीं हैं. जबकि आइजीआइएमएस में सिर्फ 13 कोरोना व 13 ब्लैक फंगस के मरीज भर्ती हैं. यहां कोविड वार्ड में कुल 36 ऑक्सीजन के बेड खाली हैं.
वहीं देखा जाये तो करीब सवा दो महीने पहले रोजाना शहर के सरकारी व प्राइवेट अस्पताल में 20 से 25 मरीज भर्ती हो रहे थे. अब यह आंकड़ा कभी जीरो तो कभी एक से दो पर आकर सिमट गया है. कोरोना की दूसरी लहर ने तबाही मचा दी थी. कोरोना से उबरे काफी मरीज ब्लैक फंगस की जद में आने लगे थे. सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण के दौरान ऑक्सीजन सपोर्ट पर भर्ती मरीजों को ब्लैक फंगस ने जकड़ा.
वहीं होम आइसोलेशन में स्टराइड का सेवन करने वालों में भी दिक्कत देखने को मिली है. कुछ लोग ऐसे भी फंगस की चपेट में आ गये जिन्हें कोरोना संक्रमण हुआ ही नहीं. पटना के आइजीआइएमएस, एनएमसीएच, पीएमसीएच और एम्स समेत दूसरे अस्पतालों में ब्लैक फंगस के करीब 1500 मरीज भर्ती किये गये. इनमें सबसे ज्यादा तकरीबन 500 मरीज आइजीआइएमएस में भर्ती किये जा चुके हैं.
वहीं स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि बिहार में विगत 24 घंटे में कोरोना वायरस से 45 मरीज हुए स्वस्थ, सूबे में कुल स्वस्थ मरीजों का आंकड़ा पंहुचा 7,14,735 एवं रिकवरी दर 98.61 प्रतिशत है. राज्य में कोरोना के कुल एक्टिव मरीज 456 हैं.
Posted By : Avinish Kumar Mishra