Loading election data...

BPSC Paper Leak: उज्जैन से आये आरोपित कोर्ट में पेश, तीन तक न्यायिक हिरासत में

BPSC Paper Leak Case: पटना: बिहार आर्थिक अपराध शाखा की टीम ने बीपीएससी पेपर लिक मामले में मध्यप्रदेश से गिरफ्तार पांच आरोपितों को पटना की विशेष अदालत में पेश किया.

By Ashish Jha | April 22, 2024 9:54 PM

BPSC Paper Leak Case: पटना: पेपर लीक मामले में फरार चल रहे 5 आरोपियों को आर्थिक अपराधी इकाई की विशेष टीम ने सोमवार को स्पेशल कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने सभी आरोपितों को तीन मई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. अभियुक्तों से अब तक आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) की विशेष टीम द्वारा की गयी पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं. आगे की पूछताछ को लेकर इओयू मंगलवार को पुन: इन अभियुक्तों को रिमांड पर लेने को लेकर न्यायालय में अपील करेगी. ईओयू ने उज्जैन से एक महिला सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया था. सभी 5 आरोपी बिहार के रहने वाले हैं, जिसमें 4 युवक है और एक युवती शामिल है. सभी पेपर लीक मामले के बाद से फरार थे. बिहार पुलिस ने उज्जैन पुलिस की मदद से इन आरोपियों को गिरफ्तार किया था.

शुक्रवार को किया गया था गिरफ्तार

ईओयू ने गुप्त सूचना पर शुक्रवार को उज्जैन के होटल से पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया था. सभी को पहले स्थानीय कोर्ट में पेश किया गया और वहां से सोमवार तक की ट्रांजिट रिमांड ली गई थी. गिरफ्तार आरोपितों में 28 वर्षीय प्रदीप कुमार, 28 वर्षीय बल्ली उर्फ संदीप कुमार, 26 वर्षीय शिवम कुमार उर्फ डॉक्टर शिवम, 28 वर्षीय तेज प्रकाश के साथ एक महिला को भी गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार अभियुक्तों में एक महिला सौम्या कुमारी पटना के कंकड़बाग इलाके की रहने वाली है. बाकी सभी नालंदा के रहने वाले हैं. यह सभी पेपर लीक गिरोह के मुख्य आरोपित बताए जा रहे हैं.

कई राज्यों से जुड़े हैं पेपर लीक गिरोह के तार

15 मार्च को आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले के तार कई राज्यों से जुड़े हैं. इसमें बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे राज्य शामिल हैं. शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में झारखंड के हजारीबाग से परीक्षा के एक दिन पहले 270 अभ्यर्थियों को साल्वर गिरोह के सदस्यों के साथ गिरफ्तार किया गया था.

Also Read: Lok Sabha Election: लालू-राबड़ी राज पर नीतीश कुमार का हमला, बोले- पहले केवल हिंदू-मुस्लिम का झगड़ा होता था

मिली थी पेपर लीक होने की जानकारी

इस मामले में पूछताछ के आधार पर कोलकाता के प्रिंटिंग प्रेस से पेपर लीक होने की जानकारी जांच टीम को मिली थी. इस गिरोह के द्वारा यूपी व दिल्ली की प्रतियोगी परीक्षाओं के भी पेपर लीक से जुड़े होने की जानकारी सामने आयी थी. अब उज्जैन से पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ में इन सारे तारों को जोड़ा जाएगा और अंतरराज्यीय गिरोह के सरगना तक पहुंचने का प्रयास ईओयू की जांच टीम करेगी.

कई राज्यों की महत्वपूर्ण परीक्षाओं के पेपर लीक में नाम

इओयू के मुताबिक नगरनौसा (नालंदा) का शिव कुमार उर्फ डॉ शिव कुमार उर्फ बिट्टू ने शिक्षक बहाली (टीआरइ-3) प्रश्न पत्र लीक कांड में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी. वह कई महत्वपूर्ण सरकारी संस्थानों की प्रतियोगिता परीक्षाओं में प्रश्न पत्र लीक व फर्जीवाड़ा के कांडों को अंजाम देने वाले अंतरराज्जीय गिरोह का सक्रिय सदस्य रहा है. डॉ शिव 2017 में नीट-यूजी के परीक्षा पत्र लीक कांड का भी अभियुक्त रहा है. इसी वर्ष उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) द्वारा आयोजित सिपाही भर्ती परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक कांड में भी इस गिरोह के तार जुड़े हुए पाये गये हैं. इस अंतरराज्जीय गिरोह का नेटवर्क यूपी-बिहार के साथ ही झारखंड, ओडिसा, पश्चिम बंगाल सहित अन्य राज्यों में भी फैला हुआ है. पटना के पत्रकार नगर थाना में दर्ज एक कांड के अभियुक्त खगौल के शुभम मंडल के साथ मिल कर भी डॉ शिव ने कई पेपर लीक की घटनाओं को अंजाम दिया है.

शिक्षक बहाली पेपर लीक में 268 अभियुक्त हुए थे गिरफ्तार

मालूम हो कि शिक्षक बहाली पेपर लीक मामले में इओयू की विशेष टीम ने झारखंड के हजारीबाग में छापेमारी कर 268 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. इस संबंध में इओयू थाने में 16 मार्च 2024 को प्राथमिकी दर्ज की गयी. विशेष टीम को गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ, आसूचना संकलन और तकनीकी एवं वैज्ञानिक विश्लेषण के क्रम में इन अभियुक्तों के मध्य प्रदेश के उज्जैन में होने की जानकारी मिली. इसके बाद घेराबंदी कर उनको दबोच लिया गया.

Next Article

Exit mobile version