बीपीएससी पेपर लीक मामले के एक मास्टरमाइंड संजय कुमार को ईओयू की विशेष टीम ने गिरफ्तार कर लिया. बुधवार की सुबह उसे शहर के मछुआ टोली में मछली मार्केट के पास से किराये के एक मकान से गिरफ्तार किया गया. अब तक की जांच में यह बात सामने आयी है कि संजय कुमार इस रैकेट के मुख्य सरगना आनंद गौरव उर्फ पिंटू यादव के साथ सेटिंग के इस पूरे गोरखधंधे के कुछ मास्टरमाइंड लोगों में एक था.
संजय कुमार भी इस बार सेटिंग की बदौलत बीपीएससी की परीक्षा पास करने की जुगत में था. उसका परीक्षा केंद्र झंझारपुर (मधुबनी) में था. उसके साथ इस केंद्र पर कुछ अन्य संदिग्ध अभ्यर्थी भी सेटिंग के भरोसे परीक्षा दे रहे थे. इनकी जानकारी भी जल्द ही ईओयू के हाथ लग जायेगी. परीक्षा के दिन यानी 8 मई 2022 को संजय कुमार सरगना पिंटू यादव के साथ सुबह तीन बजे तक था. उसने कुछ परीक्षा केंद्रों पर व्हाट्स-एप के जरिये प्रश्न-पत्र भी सप्लाइ की थी.
जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि इसने कहां-कहां किसे प्रश्न-पत्र भेजा था. मनीट्रेल की जांच करने पर भी यह बात सामने आयी कि पिंटू के साथ इसने बैंक खाते में पैसे का लेनदेन भी किया था. 67वीं बीपीएससी की परीक्षा में डमी परीक्षार्थी के तौर पर शामिल हुआ 32 वर्षीय संजय कुमार मूल रूप से गया जिला के डेल्हा थाना क्षेत्र के भलुआही खरखुरा के नया कॉलोनी का रहने वाला है और पटना में किराये के मकान पर रहता है.
जांच में यह बात भी सामने आयी संजय कुमार सेटिंग के इस धंधे में पिंटू के साथ काफी घुला-मिला हुआ था. इसे लेकर इसके बैंक खाते समेत अन्य वित्तीय लेनदेन की जांच चल रही है. संजय कई लोगों से पैसे लेकर बीपीएससी की परीक्षा में प्रश्न-पत्र दिलाने का भी काम किया था.
बीपीएससी की इस परीक्षा में करीब तीन दर्जन लोगों के पास तक प्रश्न-पत्र पहुंचने की बात सामने आ चुकी है. इनसे जुड़ी पूरे मामले की जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा कि इस गैंग ने कितने लोगों से कितने रुपये में परीक्षा की सेटिंग की थी. संजय से पूछताछ में कई अहम लोगों के नाम सामने आ सकते हैं. साथ ही पिंटू समेत तीन लोगों के बारे में भी जल्द ही जानकारी मिल सकती है. प्रश्न-पत्र कहां से लीक हुआ, इससे जुड़ी काफी जानकारी भी मिल सकती है.