BPSC Normalization Protest: BPSC परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन के खिलाफ हुए आंदोलन में गिरफ्तार छात्र नेता दिलीप को आज बेउर जेल से रिहा कर दिया गया. जेल से बाहर आते ही छात्र नेता अपने आंसू रोक नहीं पाए. कोर्ट से जमानत मिलने के दूसरे दिन 12 दिसंबर दिन गुरुवार को उन्हें बेऊर जेल से रिहा किया गया. छात्र नेता दिलीप कुमार के रिहाई से उनके समर्थक काफी खुश हैं. BPSC अभ्यर्थियों ने पिछले 5 दिन से अपने नेता दिलीप कुमार की रिहाई की मांग छात्र कर रहे थे. बेउर जेल रिहाई की खबर सुनकर उनके स्वागत के लिए बड़ी संख्या में समर्थक पहुंचे थे, जिन्होंने माला पहनाकर दिलीप का स्वागत किया.
जानें क्या बोले- छात्र नेता
जेल से बाहर आते ही छात्र नेता दिलीप कुमार ने कहा कि यह नहीं कहूंगा कि मैं पूरी तरह से ठीक हूं, मै जेल गया था. इसलिए थोड़ी कमजोरी है. लेकिन इस घटना के बाद अब मैं और ज्यादा मजबूत हो गया हूं. उन्होंने कहा कि देशभर के युवाओं ने उनकी रिहाई के लिए प्रयास किये. शिक्षकों और अधिवक्ताओं का मुझे समर्थन मिला. बिना फीस के अधिवक्ता मदद के लिए खड़े हो गये थे. कोचिंग, शिक्षा और नौकरी माफिया यदि यह सोच रहे है कि जेल में बंद करने से दिलीप कुमार की आवाज बंद हो जाएगी. लेकिन यह संभव नहीं है.
जानें क्या है मामला
बता दें कि 13 दिसंबर को 70वीं BPSC की होने वाली परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन लागू होने के कथित दावे के साथ प्रदर्शन करने वाले छात्र नेता दिलीप कुमार को पटना की गर्दनीबाग पुलिस 7 दिसंबर को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने फेमस शिक्षक खान सर और रहमान सर को भी एक दिन पहले 06 दिसंबर शुकवार की रात को हिरासत में लिया था, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया. वहीं छात्र नेता दिलीप कुमार समेत 250 अज्ञात पर दंगा भड़काने का प्रयास, षडयंत्र रचने और सरकारी कार्य में बाधा डालने का मामला गर्दनीबाग पुलिस ने दर्ज किया था, जिसके बाद 7 दिसंबर दिन शनिवार को कोर्ट में पेशी के बाद छात्र नेता दिलीप कुमार को पुलिस ने जेल भेजा था.