BPSC का पेपर हो लीक के सवाल पर पटना की सड़कों पर छात्र उतर गए हैं. इधर, पटना के डीएम ने पूरा वाक्या बताते हुए कहा कि बीपीएससी परीक्षा के प्रश्न पत्र के लीक होने जैसे कोई बात अभी तक के जांच में सामने नहीं आयी है. कुछ अभ्यर्थियों को गलतफहमी जरुर हो गई थी. जिसके कारण वे परीक्षा भवन से बाहर निकल गए थे.
क्या है बॉक्स से जुड़ा विवाद
पटना जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर ने बीपीएससी परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक का खंडन करते हुए कहा कि शुक्रवार को पटना के बापू परीक्षा परिसर में 12 हजार अभ्यर्थियों का सेंटर था. यहां प्रत्येक क्लास में 273 बच्चों के सिटिंग प्लान था. इसको लेकर एक कक्ष के लिए एक बॉक्स में 288 प्रश्न पत्र आने चाहिए थे. हालाँकि एक बॉक्स में बॉक्स में सिर्फ 192 प्रश्न पत्र आए. इसके कारण ही पूरा विवाद हो गया. उन्होंने कहा कि जिस बॉक्स में सिर्फ 192 प्रश्न पत्र था उस कक्ष के लिए शेष प्रश्न पत्र दूसरे हॉल से लिया गया.
प्रश्न पत्र के बंडल खुले बॉक्स के साथ दूसरे कक्ष में ले जाए गये. इसपर कुछ छात्रों ने आपत्ति जताई. छात्रों का कहना था कि प्रश्नपत्र के बॉक्स क्यों खुले हैं. उनको कुछ समझाया जाता इससे पहले ही छात्र परीक्षा छोड़कर बाहर निकल गए. डीएम ने स्वीकारा की बॉक्स में कम प्रश्न पत्र रहने पर दूसरे हॉल से प्रश्न पत्र लाने में 10 से 15 मिनट की देरी भी हुई. उन्होंने कहा कि छात्रों का कहा गया कि आपको अतिरिक्त समय मिलेगा. लेकिन इसके बाद भी करीब 100 से 150 छात्रों ने प्रश्न पत्र का बंडल खुला रहने का आरोप लगाकर हंगामा करना शुरू कर दिया.
परीक्षा को लेकर प्रशासन ने की थी बड़ी तैयारी
बीपीएससी की आज होने वाली परीक्षा को रोकने के लिए पटना पुलिस के साथ साथ जिला प्रशासन ने बड़ी तैयारी की थी. बीपीएससी 70वीं परीक्षा का प्रश्न पत्र लिक नहीं हो इसको लेकर गुरुवार की रात से ही पटना पुलिस सड़क पर थी. लेकिन इसके बाद भी परीक्षा के प्रश्न पत्र वायरल होने की अभ्यर्थी बात कर रहे हैं. जबकि इस परीक्षा का प्रश्न पत्र वायरल नहीं हो इसकी निगरानी इओयू की टीम कर रही थी. गुरुवार की रात से ही पटना पुलिस की टीम सड़क पर उतरकर होटल लॉज की तलाशी कर रही थी. ताकि माफिया प्रश्न पत्र लीक नहीं कर सके.