बिहार में ईंट भट्ठों (bricks bhatta in bihar) के मनमानी पर अब सरकार नकेल कसने की तैयारी कर रही है. सूबे में बगैर टैक्स चुकाए जितने भी भट्ठे चल रहे हैं अब सरकार उन भट्ठों के मालिकों पर मुकदमा(FIR) दर्ज करेगी. वहीं अब प्रशासनिक अधिकारियों की भी परेशानी ऐसे भट्ठों के संचालन से बढ़ने वाली है. अब जिस जिले में ऐसे भट्ठे पाये जायेंगे वहां के खनन पदाधिकारी और खान निरीक्षकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की जायेगी.
बता दें कि खान एवं भू-तत्व की प्रधान सचिव हरजोत कौर ने हाल में राजस्व संग्रहण की हालत का आकलन करने के लिए जिलों के अधिकारियों की एक मीटिंग बुलायी थी. जिसमें राजस्व संग्रहण की जिलेवार जानकारी ली गयी. इस दौरान कई जिलों की रिपोर्ट बिल्कुल सही पायी गयी तो कई जिले ऐसे मिले जहां से राजस्व संग्रहण की हालत बेहद खराब है.
बैठक में यह जानाकरी सामने आई कि पटना, मुंगेर,शेखपुरा,गया,खगड़िया,मुजफ्फरपुर, अररिया, कटिहार, दरभंगा,बांका, सुपौल, भागलपुर जैसे जिलों की रिपोर्ट सही है यानी यहां से राजस्व संग्रहण सही तरीके से चल रही है. जबकि 35 जिले ऐसे पाये गये जहां 70 प्रतिशत से कम राजस्व की प्राप्ति हो रही है. वहीं कई जिले ऐसे पाये गए जहां बिना टैक्स दिये ही भट्ठे (Bricks Bhatta) चलाये जा रहे हैं. जिनपर अब कार्रवाई की जायेगी. खगड़िया, बेगूसराय, समस्तीपुर और गोपालगंज के ऐसे भट्ठे चिन्हित किये गये हैं.
वहीं भट्ठों के कारण प्रदूषण के बढ़ते मामलों पर भी सरकार गंभीर है. अब सूबे के सभी जिलों में ऐसे भट्ठों पर कार्रवाई की जायेगी जो बगैर प्रदूषण नियंत्रण पर्षद की सहमति से चल रहे हैं. ऐसे ईंट भट्ठों को अब बंद कराया जायेगा और उनके मालिकों के उपर भी FIR दर्ज किया जायेगा. वहीं उन अधिकारियों पर भी विभागीय कार्रवाई की जायेगी जो इन मामलों में लापरवाही बरतने के दोषी पाये जायेंगे.
Posted By: Thakur Shaktilochan