राजपाट, राशन कार्ड के प्रिंट और बंटवाने में भी लायें तेजी : सीएम
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य सरकार के अधिकारियों को नये बने राशन कार्ड के जल्द से जल्द प्रिंट करने और उसे बंटवाने के काम में तेजी लाने को कहा है. उन्होंने मुख्य सचिव को बाहर फंसे व्यक्ति जो बिहार लौटना चाहते हैं, उन्हें लाने को लेकर दूसरे राज्यों से समन्वय स्थापित करने को कहा.
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य सरकार के अधिकारियों को नये बने राशन कार्ड के जल्द से जल्द प्रिंट करने और उसे बंटवाने के काम में तेजी लाने को कहा है. उन्होंने मुख्य सचिव को बाहर फंसे व्यक्ति जो बिहार लौटना चाहते हैं, उन्हें लाने को लेकर दूसरे राज्यों से समन्वय स्थापित करने को कहा.
सूचना सचिव अनुपम कुमार ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि शनिवार को 18 और रविवार को 13 ट्रेनें दूसरे राज्यों से बिहार पहुंचेगी. 27 मई तक 1321 ट्रेनों से 19.4 लाख प्रवासी बिहार पहुंच चुके हैं. राज्य के 84 आपदा राहत केंद्रों पर 18 हजार से अधिक लोगों को भोजन उपलब्ध कराया गया. प्रखंड स्तरीय कोरेंटिन सेंटरों की संख्या बढ़ कर 12908 हो गयी है.
इस पर अब तक 12.71 लाख प्रवासियों को ठहराया गया है. उन्होंने बताया कि जिन लोगों की कोरेंटिन की निर्धारित अवधि पूरी हो गयी है, ऐसे 6.31 लाख प्रवासियों को घर भेजा गया है. अब भी इन कैंपों में 6.49 लाख प्रवासी रह रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरेंटिन कैंपों में रहने आये नये और पुराने प्रवासियों को अलग-अलग ठहराने का निर्देश दिया है. फरवरी, मार्च और अप्रैल महीनों में हुई ओलावृष्टि से फसल नुकसान की भरपाई करने के लिए 12.35 लाख किसानों के खाते में 417.55 करोड़ की राशि जमा करायी गयी है.
सरकार ने इसके लिए 730 करोड़ रुपये जारी किये हैं. लाॅकडाउन की अवधि में रोजगार सृजन की 4.35 लाख योजनाओं में तीन करोड़ 98 लाख मानव कार्य दिवस सृजित किये गये.विकास आयुक्त की अध्यक्षता में टास्क फोर्स का गठन किया गया है, जो बाहर से आये मजदूरों को रोजगार के अवसर देने के लिए नीति निर्धारण का काम कर रही है.
सभी सभी जिलों के डीएम को कहा गया है कि उनके द्वारा बाहर से आये लोगों का जो स्किल मैपिंग हुआ है, उसके आधार पर जिले में क्लस्टर्स को चिह्नित कर रोजगार देने के लिए समुचित प्रबंध किया जाये. सरकार ने आम लोगों से मार्केट में सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करने का अपील की है.एडीजी मुख्यालय ने बताया कि लाॅकडाउन अवधि में अब तक 2247 प्राथमिकी दर्ज की गयी है, 2411 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. 19 करोड़ 76 लाख रुपया जुर्माने के तौर पर वसूल किये गये हैं.