बिहार बोर्ड ने इंटर का रिजल्ट जारी कर फिर एक नया रिकॉर्ड कायम किया है. बिहार लगातार तीसरे साल देशभर में सबसे पहले इंटरमीडिएट परीक्षा का रिजल्ट जारी करने वाला राज्य बन चुका है. बोर्ड ने अब कॉपी मूल्यांकन और रिजल्ट प्रकाशन की प्रक्रिया में व्यापक तकनीकी बदलाव किये हैं. जिससे अब रिजल्ट जारी करने में विलंब नहीं होता है. इधर बिहार बोर्ड पर हर साल छात्रों का भरोसा बढ़ता ही जा रहा है. दो सालों के अंदर सीबीएसई से 1 लाख 52 हजार छात्र इंटर में नामांकन ले चुके हैं.
बिहार बोर्ड के तरफ छात्रों का विश्वास बढ़ रहा है. इसका अंदाजा इस मीडिया रिपोर्ट में हुए जिक्र से लगाया जा सकता है जिसके अनुसार, सीबीएसई, आईसीएसई के अलावा अन्य राज्यों के बोर्ड के छात्र भी अब बिहार बोर्ड से इंटर करने में दिलचस्पी ले रहे हैं. बात 2020 की करें तो CBSE से दसवीं पास 82 हजार 742 छात्र-छात्राओं ने 11वीं में नामांकन लिया.वहीं आईसीएसई के 1177 छात्र बिहार बोर्ड में नामांकित हुए.
पिछले दो सालों में बिहार बोर्ड की तरफ आने वाले केवल CBSE और ICSE ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों के बोर्ड के छात्र भी शामिल हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में यूपी बोर्ड के 1223 छात्रों ने बिहार बोर्ड में एडमिशन लिया. वहीं बंगाल, हरियाणा,मध्य प्रदेश,छत्तीसगढ़ बोर्ड व हिमाचल प्रदेश बोर्ड सहित कई अन्य के भी छात्र अब बिहार बोर्ड में अपना एडमिशन ले रहे हैं.
सीबीएसई, आईसीएसई या देश के कई राज्यों के बोर्ड अभी परीक्षा लेने के मामले में बिहार बोर्ड से काफी पीछे है. अन्य राज्यों में जहां अभी परीक्षा लेने की तैयारी ही चल रही है वहीं बिहार बोर्ड अब रिजल्ट देकर नये एडमिशन की तैयारी में भी जुटने की प्रक्रिया शुरू कर देगा.
कोरोना संक्रमण को देखते हुए CBSE और ICSE बोर्ड मई में परीक्षा लेने जा रहा है और रिजल्ट जुलाई में प्रकाशित करेगा. वहीं बिहार बोर्ड के बच्चों को मार्च में ही रिजल्ट मिल जाने के कारण जेईई के एडवांस और नीट परीक्षा में सहायता मिलेगी. वहीं इंटर के बाद विवि चयन, कॉलेज चयन आदि के लिए पर्याप्त समय भी रहेगा.
Posted By: Thakur Shaktilochan