तथागत की ज्ञानभूमि बोधगया में 27 जनवरी से रहेगा उत्सवी माहौल, बौद्ध महोत्सव में कलाकारों का लगेगा जमघट
डीएम ने बताया कि 27 से 29 जनवरी तक गया शहर के लोगों के लिए परिवहन की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी. इसके तहत रिंग बस सेवा जारी रहेगी व मुख्य रूप से कालचक्र मैदान में हर दिन शाम को आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुत्फ उठाने के बाद शहर के लोगों को परेशानी नहीं होने पाये
तथागत की ज्ञानभूमि बोधगया के कालचक्र मैदान में 27 से 29 जनवरी तक उत्सवी माहौल रहेगा. यहां आयोजित होने वाले बौद्ध महोत्सव का उद्घाटन शुक्रवार की शाम को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे और मंच से गायक कैलाश खेर के गीत-संगीत का भी आनंद उठाया जा सकेगा.
महोत्सव के दौरान छह देशों के कलाकारों की भी आकर्षक प्रस्तुति होगी. महोत्सव की तैयारी को लेकर डीएम डॉ त्यागराजन ने सोमवार को महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र में प्रेसवार्ता कर विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि तीन दिवसीय बौद्ध महोत्सव के दौरान देसी-विदेशी कलाकारों की प्रस्तुति के साथ ही स्थानीय कलाकारों व कस्तूरबा गांधी विद्यालय की बच्चियों का भी प्रदर्शन देखने को मिलेगा.
महिला उत्सव का आयोजन किया जायेगा
डीएम ने बताया कि कालचक्र मैदान में ही महिला उत्सव का आयोजन किया जायेगा, जिसमें जीविका व अन्य क्षेत्रों से जुड़ी महिलाओं की ओर से विभिन्न तरह की प्रतियोगिता में सहभागिता रहेगी. महोत्सव के दौरान नौ राज्यों के सांस्कृतिक पहचान वाले सामान की दुकानें होंगी, जिसे ग्रामश्री मेला के नाम से जाना जायेगा. इसके अलावा व्यंजन मेला व सरकार के महत्वपूर्ण कार्यों को प्रदर्शित करने वाले स्टॉल आदि भी लगाये जायेंगे.
गया शहर के लोगों के लिए विशेष सुविधा
डीएम ने बताया कि 27 से 29 जनवरी तक गया शहर के लोगों के लिए परिवहन की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी. इसके तहत रिंग बस सेवा जारी रहेगी व मुख्य रूप से कालचक्र मैदान में हर दिन शाम को आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुत्फ उठाने के बाद शहर के लोगों को परेशानी नहीं होने पाये, इसके लिए बस सेवा की व्यवस्था की गयी है. साथ ही नोड वन से कालचक्र मैदान तक शाम को प्रतिदिन शाम को जिला प्रशासन के सौजन्य से 50 इ-रिक्शा की व्यवस्था की गयी है, जो पूरी तरह निशुल्क होगा. इसका लाभ बुजुर्ग व दिव्यांग उठा सकेंगे.
ज्ञान यात्रा के साथ कवि सम्मेलन का होगा आयोजन
बौद्ध महोत्सव के दौरान यानी शनिवार को तथागत बुद्ध की तपोस्थली ढूंगेश्वरी पहाड़ी की तलहट्टी से महाबोधि मंदिर तक ज्ञान यात्रा निकाली जायेगी. बौद्ध भिक्षु, श्रद्धालु व प्रशासनिक पदाधिकारी ढूंगेश्वरी से सुजाता गढ़ होते हुए महाबोधि मंदिर तक पदयात्रा करेंगे. डीएम ने बताया कि इस अवसर पर बोधगया टेंपल मैनेजमेंट कमेटी द्वारा महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र में अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया जायेगा. महोत्सव के तहत दो घंटे तक कवि सम्मेलन का आयोजन कराया जायेगा. 10वीं व 12वीं के छात्र-छात्राओं के लिए टॉक शो कार्यक्रम होगा.
कोरोना महामारी के बाद पहली बार हो रहा आयोजित
कालचक्र मैदान में आइआइएम बोधगया व आइएचएम बोधगया के स्टॉल लगे होंगे, जहां से युवा अपने करियर के लिए जानकारी प्राप्त कर सकेंगे. डीएम ने बताया कि महोत्सव के दौरान शौचालय, पेयजल व अन्य सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा जा रहा है. यहां आयोजित निगमा मोनलम चेन्मो के कारण काफी संख्या में बौद्ध श्रद्धालु व लामा भी मौजूद होंगे. उन्होंने बताया कि बौद्ध महोत्सव के आयोजन को लेकर की जा रही तैयारी के संदर्भ में बोधगया के स्थानीय स्टेक होल्डरों तथा होटल एसोसिएशन समेत अन्य के साथ मंगलवार को बैठक कर उनसे सुझाव प्राप्त किये जायेंगे. डीएम ने कहा कि दो वर्षों की कोरोना महामारी के बाद आयोजित होने जा रहे बौद्ध महोत्सव की सफलता में सभी लोग सहयोग करें और महोत्सव का आनंद उठाएं.