4965 अंतरराज्यीय मार्गों पर जल्द चलेंगी बसें
बिहार से जुड़े अंतरराज्यीय मार्गों पर परमिट के लिए आवेदन लिये जायेंगे. वहीं, अंतरराज्यीय मार्गों के विभिन्न रूटों पर परमिट के लिए 4967 रिक्ति है. इसके लिए विभिन्न रूटों का राज्यवार रिक्ति निकाली जा रही है.
सुविधा : बिहार और अन्य राज्यों के बीच बढ़ेगी परिवहन सेवा संवाददाता, पटना बिहार से जुड़े अंतरराज्यीय मार्गों पर परमिट के लिए आवेदन लिये जायेंगे. वहीं, अंतरराज्यीय मार्गों के विभिन्न रूटों पर परमिट के लिए 4967 रिक्ति है. इसके लिए विभिन्न रूटों का राज्यवार रिक्ति निकाली जा रही है. परिवहन विभाग ने यात्रियों के सुगम और सुलभ आवागमन को ध्यान में रखते हुए अंतरराज्यीय मार्गों पर बस परिचालन के लिए परमिट की प्रक्रिया को आसान किया है. परमिट लेने के लिए इच्छुक वाहन स्वामी संबंधित रिक्त मार्गों के लिए 30 जनवरी तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. विभाग ने यात्रियों की सुविधा के लिए कुल 5522 अंतर्क्षेत्रीय मार्गों एवं 323 अंतरराज्यीय मार्गों पर बसों के परिचालन के लिए अधिसूचित कर दिया गया है. यात्रियों का आवागमन आसान होगा अंतर्राज्यीय मार्गों पर परमिट की रिक्ति निकाली जायेगी. राज्यवार परमिट की रिक्ति संबंधित जानकारी विभाग की वेबसाइट पर अपलोड की जायेगी. वाहन स्वामियों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है. राज्य परिवहन प्राधिकरण एवं क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण की नियमित बैठकों में परमिट स्वीकृत किये जा रहे हैं. इससे न केवल यात्रियों के आवागमन आसान होगा, बल्कि राज्य के परिवहन क्षेत्र में सुधार लाने के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी प्रदान करेगी. अंतरराज्यीय मार्गों के किस रूट पर कितनी है रिक्ति राज्य रिक्ति – बिहार- उतर प्रदेश (परिवहन निगम एवं निजी): 80 – बिहार- ओडिशा: 03 – बिहार-झारखंड: 4692 – बिहार-बंगाल: 120 – बिहार-छतीसगढ़: 70 कुल 4965 अंतरराज्यीय मार्गों पर परमिट की स्वीकृति बिहार के साथ झारखंड, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, ओडिशा पड़ोसी राज्यों के बीच बसों के संचालन को लेकर इन मार्गों को चिन्हित किया गया है. – बिहार-झारखंड: 200 मार्ग – बिहार-पश्चिम बंगाल: 45 मार्ग – बिहार-छत्तीसगढ़: 28 मार्ग – बिहार-उत्तर प्रदेश: परिवहन निगम के लिए 25 मार्ग एवं निजी परिचालकों के लिए नौ मार्ग – बिहार-ओडिशा: 16 मार्ग अंतरराज्यीय मार्गों पर परमिट के फायदे – सुगम आवागमन – बिहार और पड़ोसी राज्यों के बीच यात्रियों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी. – अप्रवासी बिहारियों के लिए सुविधा- बिहार के बाहर रहने वाले बिहारियों को आसानी से यात्रा करने में मदद. – आर्थिक विकास- परिवहन सेवा से रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे. – निजी और सार्वजनिक भागीदारी–निजी परिचालकों और एसटीयू के लिए अलग-अलग मार्ग सुनिश्चित किये गये है. कोट : राज्य में यात्रियों के सुगम और सुलभ आवागमन को ध्यान में रखते हुए अंतरराज्यीय मार्गों पर बस परिचालन के लिए परमिट की प्रक्रिया को आसान किया है. इससे राज्य के वाहन स्वामियों, परिचालकों के लिए एक बेहतरीन अवसर प्रदान करेगी और परमिट लेकर अधिकृत मार्गों पर बस सेवा शुरू कर सकते हैं. जिससे आम लोगों को फायदा होगा . संजय कुमार अग्रवाल, सचिव , परिवहन विभाग .
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