‘जब बूटा सिंह ने नीतीश कुमार को सीएम बनने से रोक दिया था’- जानें बिहार के राज्यपाल रहते हुए कांंग्रेस नेता के विवादित फैसले
Buta Singh Death News : बिहार के पूर्व राज्यपाल और केंद्रीय मंत्री बूटा सिंह का आज निधन हो गया. बूटा सिंह एक वक्त में बिहार की राजनीति में राज्यपाल के रूप में खूब सुर्खियां बटोरे थे. बूटा सिंह ने 2005 में हुए विधानसभा चुनाव मेंं यूपीए (राजद और कांग्रेस) की सरकार नहीं बनने पर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश कर दिया था. उनके इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट ने असंवैधानिक कहा था.
Buta Singh Death News : बिहार के पूर्व राज्यपाल और केंद्रीय मंत्री बूटा सिंह का आज निधन हो गया. बूटा सिंह एक वक्त में बिहार की राजनीति में राज्यपाल के रूप में खूब सुर्खियां बटोरे थे. बूटा सिंह ने 2005 में हुए विधानसभा चुनाव मेंं यूपीए (राजद और कांग्रेस) की सरकार नहीं बनने पर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश कर दिया था. उनके इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट ने असंवैधानिक कहा था.
बता दें कि बूटा सिंह ने उस वक्त जेडीयू के नेता नीतीश कुमार को सीएम बनने से रोकने के लिए विधानसभा भंग करने की सिफारिश कर दी थी. इस सिफारिश में कहा गया था कि राज्य में विधायकों की खरीद फरोख्त हो सकती है. इसलिए विधानसभा भंग किया जाए. 2005 के इस चुनाव में किसी गठबंधन को पूर्ण बहुमत नहीं था, जिसके बाद राज्य में मध्यविधि चुनाव हुए थे.
इन वजहों से भी विवादों में रहे- बूटा सिंह पर एक और फैसले के कारण उस वक्त विवादों में रहे थे. उनपर आरोप था कि वे राजभवन से ही अफसरों का ट्रांसफर पोस्टिंग की सिफारिश कर रहे हैं. दरअसल, बूटा सिंह ने राजभवन से तत्कालीन रेल मंत्री लालू यादव को एक पत्र लिखा था, जिसमें रेलवे के दो अधिकारियों का पोस्टिंग कराने की बात कही गई थी.
कौन थे बूटा सिंंह– बिहार के राज्यपाल पद पर रहते हुए सुर्खियों में रहे बूटा सिंह मूलतः राजस्थान के थे. बूटा सिंह (Buta Singh) राजस्थान से कई बार कांग्रेस के सांसद रहे. उन्होंने केंद्र में अलग-अलग सरकारों में कई पदें संभाली. वे गृह मंत्री, कृषि मंत्री, रेल मंत्री समेत कई अहम मंत्रालय के मंत्री रहे. बूटा सिंह को राजीव गांधी का काफी करीबी माना जाता था. उनकी सरकार में ही वे गृहमंत्री भी रहे.
Posted By : Avinish kumar mishra