बिहार में तारापुर और कुशेश्वरस्थान में विधानसभा उपचुनाव से पहले सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. वहीं लोजपा का विवाद भी उपचुनाव से पहले सुलझने की उम्मीद जताई जा रही है. बताया जा रहा है कि उपचुनाव से पहले लोजपा का असली अधिकारी कौन होगा, इसपर फैसला हो जाएगा. इसी बीच सांसद चिराग पासवान ने बड़ा बयान दिया है.
मीडिया से बात करते हुए गुरुवार को सांसद चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने कहा कि कोई असमंजस नहीं है. चुनाव आयोग को सब पता है कि बंगला सिंबल किसे देना है. चिराग ने इसी के साथ मीडियाकर्मियों से कहा कि आप चाहे तो इसके बारे में अधिक जानकारी आयोग से ले सकते हैं. बता दें कि जेडीयू के विधायक शशिभूषण हजारी और मेवालाल चौधरी के निधन के बाद दो सीटें रिक्त हुई है.
पशुपति पारस ने दिया था ये बयान– इससे पहले केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस (Pashupati Paras) ने लोजपा में दावा को लेकर कहा था कि मामला आयोग के पास है. आयोग जो फैसला करेगी, उसे सभी लोग मानेंगे. पारस ने इसी के साथ उत्तराधिकारी के सवाल पर कहा था कि मैं रामविलास पासवान का असली राजनीतिक उत्तराधिकारी हूं. जब रामविलास जी अलौली विधानसभा सीट छोड़ें थे, तो हमें उतारा था. हाजीपुर सीट पर चुनाव नहीं लड़ें, तो हमें उतारा गया. मुझे रामविलास जी राजनीतिक उत्तराधिकारी मानते थे.
आयोग के फैसले पर नजर- वहीं लोजपा में फैसले को लेकर अब सबकी नजरें चुनाव आयोग की ओर टिकी है. आयोग दो सीटों पर चुनाव के ऐलान से पहले लोजपा पर फैसला कर सकती है. बता दें कि जुलाई में लोजपा में पशुपति पारस ने अपना दावा करते हुए पार्टी अध्यक्ष पद से चिराग पासवान को हटा दिया था. इसके बाद से मामला आयोग के पास है.