संवाददाता,पटना बिहार के ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी ने विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ गलतबयानी का आरोप लगाया है. ग्रामीण कार्य मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बार-बार कहते आ रहे हैं कि जब देश के प्रधानमंत्री वीपी सिंह थे उस वक्त पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह ने बुलाकर उनके मन में जाति आधारित गणना का विचार अंकुरित किया था. इसके बाद नीतीश कुमार ने वीपी सिंह एवं तत्कालीन सभी बड़े समाजवादी नेताओं से इस विषय पर मंतव्य करके इस बात को आगे बढ़ाया. श्री चौधरी ने कहा कि लगातार 15 वर्षों तक लालू प्रसाद की सरकार बिहार में थी, इन 15 वर्षों में जाति आधारित गणना करने के लिए भारत सरकार पर दबाव बनाने का काम नहीं किया गया. सर्वदलीय बैठक भी लालू प्रसाद की सरकार ने नहीं बुलायी.श्री चौधरी ने बताया कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में दो-दो बार प्रधानमंत्री के यहां सर्वदलीय बैठक हुई. उन्होंने कहा कि जनता को यह भी बताना चाहिए कि जाति आधारित गणना नीतीश कुमार का ब्रेन चाइल्ड है.उनकी सोच है कि जाति आधारित गणना लोगों के कल्याण के लिए है. श्री चौधरी ने कहा कि 2005 में नीतीश कुमार के सत्ता में आने के बाद कल्याण विभाग को दो भागों में बांट कर पिछड़ा एवं अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग का नोडल विभाग के रूप में गठन किया.
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