पटना. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान (आइजीआइसी) में अप्रैल से हृदय रोगियों के इलाज के लिए कैथलैब और कार्डियक सीटी स्कैन की सेवा बहाल कर दी जायेगी. शनिवार को विधानसभा में उन्होंने कहा कि दिसंबर 2020 के अंतिम सप्ताह में भवन निर्माण विभाग द्वारा नव निर्मित भवन को बीएमएसआइसीएल को हस्तांतरित किया गया है. भवन में कई प्रकार के संरचनात्मक परिवर्तन और उपकरणों की व्यवस्था करते हुए अस्पताल को क्रियाशील करने के लिए बीएमएसआइसीएल द्वारा कार्य कराया गया है.
संस्थान के भवन में कैथलैब, कार्डियक सीटी स्कैन सहित ऑपरेशन थिएटर से संबंधित उपकरणों की स्थापना तेजी से की जा रही है. इस माह तक सभी उपकरण स्थापित कर दिये जायेंगे. इसके बाद मरीजों को पूरी सेवा उपलब्ध होने लगेंगी. स्वास्थ्य मंत्री शनिवार को विधानसभा में दरभंगा ग्रामीण के विधायक ललित कुमार यादव के अल्पसूचित प्रश्न का जवाब दे रहे थे. स्वास्थ्य मंत्री ने सुगौली के विधायक इ शशिभूषण सिंह के अल्पसूचित प्रश्न के जवाब में बताया कि बिहार परिधापक संवर्ग नियमावली 2022 संशोधन की प्रक्रिया में है.
नियमावली में संशोधन के बाद परिधापकों (ड्रेसरों) की नियमित नियुक्ति की कार्रवाई के लिए अधियाचना भेजी जायेगी. मंगल पांडेय ने बताया कि राज्य में एक हजार एंबुलेंसों की खरीद की जायेगी. इन सभी एंबुलेंसों की खरीद का काम तीन माह में पूरा कर लिया जायेगा. इसके बाद सभी एंबुलेंसों को प्रखंडों में तैनात कर दिया जायेगा. उन्होंने बताया कि 534 प्रखंडों में एक-एक एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम वाला एंबुलेंस, जबकि शेष 466 बीएसएल एंबुलेंसों की तैनाती की जायेगी. स्वास्थ्य मंत्री विधानसभा में गुरूआ के विधायक विनय कुमार के तारांकित प्रश्न का जवाब दे रहे थे.