पटना विश्वविद्यालय की तरह ही अब ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय (LNMU) और पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय (PPU) भी सीबीसीएस (च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम) लागू करने की तैयारी कर रहा है. इस संबंध में दोनों विश्वविद्यालयों ने बिहार उच्चतर शिक्षा परिषद को एक पत्र लिख कर आधिकारिक तौर पर आग्रह कर इस संबंध में जरूरी मार्गदर्शन मांगा है. दरअसल दोनों विश्वविद्यालय इस मामले में विनियमन लाने की तैयारी कर रहे हैं.
दोनों विश्वविद्यालयों सीबीसीएस सिस्टम करना चाहते हैं प्रभावी
दोनों विश्वविद्यालयों ने कहा कि वो सीबीसीएस सिस्टम को प्रभावी करना चाहते हैं. उन्होंने पूछा है कि क्या इस मामले में पटना विवि के विनियमन को ही लागू किया जाये अथवा नये सिरे से बनाया जाये. पाठ्यक्रम की स्थिति क्या रहेगी? बिहार उच्चतर शिक्षा परिषद अब इस मामले में विश्वविद्यालयों को जरूरी सुझाव देने जा रही है. उल्लेखनीय है कि परिषद ने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों से सीबीसीएस लागू करने का आग्रह किया था. इस संदर्भ में उसने पटना विवि के बनाये फ्रेमवर्क को अध्ययन करने के लिए विश्वविद्यालयों को भेजा था.
पटना विश्वविद्यालय में लागू हो चुका है सीबीसीएस सिस्टम
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक जून 2022 में ही पटना विश्वविद्यालय ने सीबीसीएस प्रणाली प्रारंभ की है. उसके विनियमन को राजभवन से मंजूरी दी जा चुकी है. दरअसल इस सिस्टम के जरिये स्नातक में सेमेस्टर सिस्टम प्रभावी हो जाता है. पटना विश्वविद्यालय में स्नातक स्तर पर च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम) को इसी शैक्षणिक सत्र 2022-23 से लागू किया जा चुका है.
Also Read: पटना यूनिवर्सिटी का प्लेसमेंट सेल हुआ सक्रिय, इस साल 300 से अधिक स्टूडेंट्स को मिला जॉब
क्या होता है सीबीसीएस सिस्टम में
सीबीसीएस सिस्टम में स्नातक में तीन वार्षिक परीक्षाओं की जगह छह सेमेस्टर की परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं. परीक्षाओं से लेकर पाठ्यक्रम तक की नियमावली सुनिश्चित की जाती है. उल्लेखनीय है कि पटना विवि सीबीसीएस सिस्टम लागू करने वाला पहला विश्वविद्यालय बन गया है.