नीट पेपर लीक: पढ़ने में काफी तेज रहे पटना एम्स के चारो छात्र, जानिए सॉल्वर गैंग के लिए क्या काम करते थे…
पटना एम्स के चार छात्र नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किए गए हैं. सॉल्वर गैंग के लिए वो काम करते थे. जानिए क्या है एम्स का कहना...
Neet Paper Leak: पटना एम्स से गिरफ्तार चार सॉल्वर छात्र चंदन कुमार,राहुल कुमार,करण जैन और कुमार शानू के गिरोह में ही पांचवीं सदस्य के तौर पर रांची रिम्स से गिरफ्तार सुरभि का नाम सामने आया है. जिसमें पटना एम्स के चारों मेडिकल छात्र सीबीआइ के रिमांड पर हैं, जबकि सुरभि सीबीआइ की हिरासत में है. इन पांचों से पूछताछ में नीट पेपर लीक मामले में कई अहम जानकारी मिलने की संभावना है. वहीं सॉल्वर गैंग में शामिल एम्स पटना के चार मेडिकल छात्र सस्पेंड होंगे.ये चारो छात्र काफी मेधावी थे. उनके करियर को लेकर भी एम्स की ओर से ये जानकारी दी गयी.
सीबीआई क्या पूछताछ कर रही…
सीबीआइ इन सबसे यह पूछ रही है कि पेपर किसने साल्व करने के दिया. प्रश्न-पत्र कब और कहां से निकला गया था. इसे हल कहां किया गया, हल करके इसे किसने किन-किन स्थानों पर प्रसारित किया था. हल करने वाले सॉल्वर गिरोह में इनके अलावा और कौन-कौन शामिल थे. इस तरह के कई सवालों के जवाब अब जल्द ही सीबीआइ को मिलने की उम्मीद है.
सुरेंद्र शर्मा कौन है? क्या है एम्स छात्रों से कनेक्शन…
वहीं, नीट पेपर लीक मामले में सुरेंद्र शर्मा की गिरफ्तारी से भी कई महत्वपूर्ण जानकारी मिलेंगे. सीबीआइ सूत्रों के अनुसार इसने पंकज कुमार उर्फ आदित्य को प्रश्न-पत्र चोरी करने में कई तरह से मदद की थी. इससे पूछताछ में कई अहम बातें सामने आने की संभावना है. पंकज की गतिविधि और इसके प्रश्न-पत्र चोरी करने से जुड़े कई मसलों पर अहम जानकारी मिलने की संभावना है. जानकारी है कि सुरेंद्र शर्मा ने ही रॉकी से इन छात्रों को संपर्क कराया था. एम्स परिसर से ही इसकी गिरफ्तारी भी की गयी थी.
एम्स पटना के चार मेडिकल छात्र सस्पेंड होंगे
वहीं नीट पेपर लीक मामले में सॉल्वर गैंग में शामिल एम्स पटना के चार मेडिकल छात्र सस्पेंड होंगे. एम्स प्रशासन की ओर से सीबीआइ की ओर से लिखित में डाक्यूमेंट आने का इंतजार है. जैसे ही सीबीआइ छात्रों से संबंधित लिखित कागजात देगी इसके बाद एम्स प्रशासन भी उन्हें सस्पेंड कर देगा. पटना एम्स के निदेशक डॉ गोपाल कृष्ण पाल की अध्यक्षता में शुक्रवार को कोर स्टैंडिंग कमेटी की बैठक हुई. बैठक में एम्स के निदेशक डॉ गोपाल कृष्ण पाल के साथ संस्थान के अध्यक्ष नीलोत्पल बल, डॉ प्रेम कुमार डीन एकेडमिक सहित बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के अन्य फैकल्टी सदस्य शामिल रहे. इस बैठक में पटना एम्स के निदेशक ने सभी सदस्यों के साथ पूरी स्थिति पर मंथन किया.
चारों छात्र पढ़ने में काफी तेज
डॉ जीके पाल ने बताया कि चारों छात्र पढ़ने में काफी तेज हैं. तीनों साल की पढ़ाई का ग्राफ काफी बेहतरीन रहा है. उन्होंने कहा कि एम्स प्रबंधन अब कोर्ट के आगे की कार्रवाई पर नजर बनाये हुए है. कोर स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों का मानना है कि कोर्ट में क्या चार्ज लगाया जाता है और किस तरह के साक्ष्य इनके खिलाफ कोर्ट में पेश किये जाते हैं उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी.
चारो छात्र पेपर सॉल्व करने का काम करते थे
सीबीआइ ने बताया है कि चारों छात्र पेपर सॉल्व करने का काम करते थे. सीबीआइ की लिखित रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. रिपोर्ट के आधार पर छात्रों को सस्पेंड कर दिया जायेगा.
डॉ जीके पाल, कार्यकारी निदेशक, पटना एम्स