Patna News : पीएमसीएच पहुंची सीबीआइ की टीम, साथ ले गयी जब्ती सूची की कॉपी

पीएमसीएच के चाणक्या हॉस्टल के एक कमरे से जले नोट, एकेयू की ओएमआर शीट व नीटी पीजी के एडमिट कार्ड मिलने के मामले में सीबीआइ की टीम पीएमसीएच टीओपी पहुंची और घटना के संबंध पूरी जानकारी ली. जब्त डॉक्यूमेंट की जांच की.

By Prabhat Khabar News Desk | January 14, 2025 1:54 AM
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संवाददाता, पटना : पीएमसीएच के चाणक्या हॉस्टल के एक कमरे से जले नोट, एकेयू की ओएमआर शीट व नीटी पीजी के एडमिट कार्ड मिलने के मामले में सोमवार को सीबीआइ की टीम पीएमसीएच टीओपी पहुंची और पुलिस से घटना के संबंध पूरी जानकारी ली. जब्त डॉक्यूमेंट की जांच की. पूरी जानकारी नोट कर जब्ती सूची की एक कॉपी भी ली. यही नहीं, पीएमसीएच के प्रशासन से भी टीम ने घंटों बातचीत की. उस कमरे में रहने वाले डॉ अजय के संबंध में पूछताछ की. सूत्रों की मानें, तो नीट यूजी 2024 के प्रश्नपत्र लीक मामले से अब तक डाॅ अजय का प्रकरण नहीं जुड़ा है. लेकिन, सीबीआइ की तरफ से पटना पुलिस को कहा गया है कि मामले में कोई भी अपडेट हो, तो अवश्य साझा करें. हालांकि, पटना पुलिस फिलहाल इस मामले में कुछ भी बोलने से कतरा रही है. पुलिस का कहना है कि इस मामले की जांच जारी है.

एक जूनियर डॉक्टर ने डॉ अजय को भगाने में की थी मदद

मालूम हो कि सात जनवरी की रात को चाणक्या ब्यॉज हॉस्टल के एक कमरे में आग लग गयी. आठ जनवरी को डाॅ अजय पहुंचा और आग-बबूला हो गया. आग उसके ही कमरे में लगी थी. लाखों रुपये और डॉक्यूमेंट जल गये थे. इसके बाद डाॅ अजय जूनियर डॉक्टरों से भिड़ गया. जूनियर छात्रों ने उसे एक कमरे में बंद कर दिया और पुलिस को खबर कर दी. हालांकि, डाॅ अजय पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया. उसके भागने में पीएमसीएच के ही एक जूनियर डॉक्टर ने मदद की है. जूनियर डॉक्टर डाॅ अजय का करीबी बताया जाता है.

अधिकारियों की मिलीभगत से हॉस्टल में रह रहा था डॉ अजय

डाॅ अजय के करीबी डॉक्टरों पर पुलिस की नजर है. जल्द ही पुलिस इनसे पूछताछ करेगी. वहीं, पुलिस एकेयू में भी पूछताछ करेगी. सूत्र की मानें, तो जांच में स्पष्ट हो गया है कि पीएमसीएच के अधिकारियों से मिलीभगत कर डाॅ अजय चाणक्या हॉस्टल में रह रहा था. वह एमबीबीएस व पीजी की परीक्षाओं में सेटिंग करता था. इसके अलावा वह मेडिकल कालेजों के छात्रों को प्रलोभन देकर अपने गैंग में शामिल करता था.

प्रिंसिपल ने बुलायी बैठक, हॉस्टलों में अवैध रूप से रहने वाले छात्रों की मांगी सूची

पीएमसीएच के सभी हॉस्टलों में अवैध रूप छात्रों के रहने के मुद्दे पर सोमवार को बैठक बुलायी गयी. प्रिंसिपल डॉ विद्यापति चौधरी, सभी विभागाध्यक्ष, सभी हॉस्टलों के सुपरिटेंडेंट और वार्डेन शामिल हुए. प्रिंसिपल डॉ चौधरी ने कहा कि अवैध रूप से रह रहे पूर्व छात्र डॉ अजय कुमार के मामले ने पीएमसीएच की प्रतिष्ठा को धूमिल किया है. अवैध रूप से रहने वाले छात्रों की सूची मांगी गयी है. सूची को प्रशासन को भेज कर कमरे खाली कराये जायेंगे.

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