नीट पेपर लीक मामले की जांच में जुटी सीबीआइ अब पूरे फॉर्म में आ गयी है. एक तरफ जहां पटना में चिंटू और मुकेश को रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरु कर दी है, वहीं सीबीआइ ने पहली बार पटना में दो गिरफ्तारियां भी की हैं.परीक्षार्थियों के लिए लर्न एंड प्ले स्कूल बुक कराने वाले मनीष प्रकाश और उन्हें सुविधा उपलब्ध करवाने वाले आशुतोष को गुरुवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. सीबीआई अब इस मामले में जेल में बंद 13 और अभियुक्तों से पूछताछ करेगी. इसकी इजाजत अदालत ने सीबीआई को दे दी है.
जेल में बंद 13 अभियुक्तों से जाकर पूछताछ करने की इजाजत मिली
सीबीआइ के विशेष न्यायिक दंडाधिकारी हर्षवर्धन सिंह की अदालत ने सीबीआइ को जेल में जाकर पूछताछ करने का आदेश दिया है. बता दें कि ये 13 अभियुक्तों वो हैं जिन्हें पटना पुलिस ने 5 मई 2024 को प्राथमिकी दर्ज करने के तुरंत बाद गिरफ्तार करके जेल भेजा था.
जेल में बंद इन अभियुक्तों का CBI से होगा सामना
गिरफ्तार किए गए 13 लोगों में पटना के दानापुर का निवासी आयुष राज, रोहतास निवासी बिट्टू कुमार, दानापुर निवासी अखिलेश कुमार, समस्तीपुर निवासी सिकंदर यादवेंदु, पटना के नेपाली नगर निवासी आशुतोष कुमार, पटना के ही एकंगरसराय क्षेत्र निवासी रोशन कुमार, गया जिले का नीतीश कुमार, समस्तीपुर का अनुराग यादव, रांची का अभिषेक कुमार, गया के बाराचट्टी क्षेत्र का निवासी शिवनंदन कुमार, रांची का अवधेश कुमार, पटना का अमित आनंद और समस्तीपुर की एक महिला रानी कुमारी शामिल है.
पटना में दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया
वहीं गुरुवार को की गयी गिरफ्तारी को लेकर सीबीआइ सूत्रों का कहना है कि मनीष प्रकाश और आशुतोष कुमार ने परीक्षा से पहले अभ्यर्थियों को सुरक्षित परिसर पर मुहैया कराया और उन्हें लीक हुए प्रश्न पत्र तथा उत्तर पुस्तिकाएं दी.परीक्षार्थियों को प्रश्न का जवाब रटवाना और उन्हें परीक्षा केंद्र तक पहुंचाने की जिम्मेदारी इन्हीं दोनों की थी.नीट पेपर लीक मामले सीबीआइ ने पहली बार पटना में दो गिरफ्तारियां की हैं.गौरतलब है कि इससे पहले सीबीआई ने चिंटू और मुकेश का एलएनजेपी अस्पताल में मेडिकल टेस्ट कराया, जिसके बाद उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरु कर दी है. इससे मामले में अभी तक कुल 20 गिरफ्तारियां हो गयी है.