15 जुलाई के बाद सीबीएसइ स्कूलों के खुलने की उम्मीद
सीबीएसइ के स्कूलों के 15 जुलाई के बाद खुलने की उम्मीद है. सीबीएसइ हर राज्य और जिले के विभिन्न स्कूलों से उनके इलाके की संभावनाओं की जानकारी जुटा रहा है. वैसे जिले जो ग्रीन जोन में हैं या बदल दिये गये हैं, वहां स्कूलों को खोलने की अनुमति दी जायेगी. हालांकि, इसके लिए जिला प्रशासन से भी अनुमति लेनी होगी.
पटना : सीबीएसइ के स्कूलों के 15 जुलाई के बाद खुलने की उम्मीद है. सीबीएसइ हर राज्य और जिले के विभिन्न स्कूलों से उनके इलाके की संभावनाओं की जानकारी जुटा रहा है. वैसे जिले जो ग्रीन जोन में हैं या बदल दिये गये हैं, वहां स्कूलों को खोलने की अनुमति दी जायेगी. हालांकि, इसके लिए जिला प्रशासन से भी अनुमति लेनी होगी. अनुमति मिलने पर स्टूडेंट्स को ऑड-इवन पैटर्न पर स्कूल जाने की अनुमति दी जायेगी. ऑड-इवन पैटर्न स्टूडेंट्स के रौल नंबर से तय किया जायेगा. इससे एक स्टूडेंट्स हफ्ते में तीन दिन स्कूल आ सकेंगे. शेष तीन दिन स्टूडेंट्स को घर पर रहकर ऑनलाइन क्लास से जुड़ना होगा. इसे स्मार्ट क्लास की मदद से पूरा किया जायेगा.
स्कूल खुलने के बाद स्टूडेंट्स के सिलेबस को समय पर पूरा कराने की तैयारी होगी. ऐसे में कक्षा का समय न बढ़ा कर शनिवार को हाफ डे स्कूल को फुल डे कर दिया जायेगा. वहीं, पहली से 12वीं तक के सिलेबस को कम समय में पूरा कराने पर मंथन चल रहा है. इसके लिए शिक्षकों ने एकेडमिक इवेंट को कम कर उसमें पढ़ाई को सुचारु रखने की सहमति दी है. पटना के कई स्कूलों ने कहा कि सीबीएसइ के गाइडलाइन का इंतजार कर रहे हैं.प्रार्थना को बंद कर दिया जायेगास्कूल खुलने के बाद कई बदलाव नजर आयेंगे. स्टूडेंट्स को सैनिटाइजर साथ लाना होगा. मास्क भी पहनना जरूरी होगा. कोरोना वायरस के संक्रमण से दूर रखने के लिए कुछ दिनों तक मास प्रेयर (प्रार्थना) को बंद किया जा सकता है. स्कूल प्रबंधन कैंटीन को बंद रखेंगे. बच्चों को घर से लंच लाना होगा. बस में एक सीट पर एक स्टूडेंट्स ही बैठेंगे. पैरेंट्स बच्चों पर ध्यान रखेंगे. कैंपस में खेल-कूद गतिविधियों पर रोक रहेगी.